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दो साल पहले दर्ज हुआ था एक मामला
वारिसलीगंज से ठगी के शिकार हुए एक उपभोक्ता प्रवीण कुमार ने माप-तौल विभाग में एक मामला दर्ज कराया था, परंतु उस मामले को लेकर विभाग द्वारा दुकानदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इसके परिणाम स्वरूप उपभोक्ता अब मामले ही दर्ज नहीं कराते हैं. एक सप्ताह पहले भी नरहट में ठगी का शिकार एक […]
वारिसलीगंज से ठगी के शिकार हुए एक उपभोक्ता प्रवीण कुमार ने माप-तौल विभाग में एक मामला दर्ज कराया था, परंतु उस मामले को लेकर विभाग द्वारा दुकानदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इसके परिणाम स्वरूप उपभोक्ता अब मामले ही दर्ज नहीं कराते हैं. एक सप्ताह पहले भी नरहट में ठगी का शिकार एक उपभोक्ता ने भी काफी हंगामा किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से मामला दब गया.
क्या है विभाग का कार्य
माप-तौल विभाग का जिले में सब्जी बाजार, मछली बाजार, पेट्रोल पंप, कपड़ा दुकान, केरोसिन दुकान के साथ ही वैसे सारे विक्रय दुकान जहां लीटर, मीटर व किलो का भाव से सामग्री की बिक्री की जाती है. सभी की जांच करना व उन्हें निबंधित करना ही मुख्य कार्य है. परंतु जिले में मात्र एक इंस्पेक्टर ही कार्यरत रहने से जांच पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. नियमित रूप से जांच नहीं होने के कारण उपभोक्ता ठगी के शिकार हो रहे हैं. ठगी का शिकार होने के बाद भी उपभोक्ता इसकी शिकायत नहीं कर पाते हैं. लोगों का आरोप है कि विभाग से जांच करने वाले लोग ही आरोपी से मिल जाते हैं. इसके कारण न्याय नहीं मिल पाता है.
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