बांग्लादेशी मन्नान ने नवादा में बनवाया था आवासीय प्रमाणपत्र नागरिकता के लिए नवादा से ही प्राप्त किया था मतदाता पहचान पत्र बगैर गारंटर के कार्पोरेशन बैंक ने खोला अब्दुल मन्नान का खातापासपोर्ट बनानेवाली कई एजेंसियां आ सकती है जांच के दायरे मेंस्थानीय अधिकारियों पर भी गिर सकती है गाजफोटो-10प्रतिनिधि, नवादा (सदर)शुक्रवार को पटना में गिरफ्तार बांग्लादेशी युवक अब्दुल मन्नान ने पासपोर्ट बनवाने व भारत की नागरिकता पाने के लिए नवादा अंचल कार्यालय से ही आवासीय प्रमाणपत्र बनवाया था. साथ ही नाजायज ढंग से पार नवादा के तकिया पर निवासी के रूप में भारत निर्वाचन आयोग का पहचानपत्र भी बनवा लिया था. अब्दुल मन्नान को भारत की नागरिकता दिलाने में कई लोगों की संलिप्तता उजागर हो सकती है. जिला मुख्यालय में पासपोर्ट बनाने के नाम पर खुली कई एजेंसियां भी अब्दुल मन्नान की तरह कई लोगों को विदेश भेजने के नाम पर जाली दस्तावेज तैयार करवा रही हैं. पुलिस विभाग भी ऐसे लोगों को बढ़ावा देने के लिए कम जिम्मेवार नहीं है. पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नाम पर जांचकर्ता बैठे-बैठे ही 15 सौ से दो हजार रुपये लेकर वेरीफाय कर रहे है. अब्दुल मन्नान ने भी ऐसे लोगों का ही फायदा उठाया है. अब्दुल मन्नान की गिरफ्तारी के बाद नवादा में कई लोगों के कान खड़े हो गये है. अब्दुल मन्नान ने एक अक्तूबर को सदर अंचल कार्यालय से निवास प्रमाणपत्र भी प्राप्त किया था, जिसमें अब्दुल मन्नान, पिता मुसलिम अली, नगर तकिया पर, जिला नवादा बताया गया था. अब्दुल मन्नान ने इससे पूर्व नौ जुलाई 2012 की तिथि से निर्गत भारत निर्वाचन आयोग का पहचानपत्र भी प्राप्त करने में सफलता पायी थी. इन दोनों प्रमाणपत्रों के आधार पर अब्दुल मन्नान ने सात नवंबर को नवादा के अस्पताल रोड स्थित कार्पोरेशन बैंक में अपना खाता भी खुलवाया था. इस खाते में अब्दुल मन्नान ने मोबाइल नंबर 7598960617 तथा 9830506046 अंकित किया था. कार्पोरेशन बैंक में खाता खुलवानेवाले अब्दुल मन्नान खुद को निरक्षर बताया है तथा आवेदन पत्र पर अंग्रेजी में हस्ताक्षर किया है. जिले में बड़े पैमाने पर बननेवाले जाली भारत निर्वाचन आयोग पहचानपत्र, आवासीय प्रमाणपत्र आदि दस्तावेजों का खुलासा होता है. बैंक अधिकारी द्वारा भी दोनों प्रमाणपत्रों की समुचित नहीं किये जाने का फायदा अब्दुल मन्नान ने उठाया है. भारत की नागरिकता प्राप्त करने के साथ-साथ विदेश जाने के लिए पासपोर्ट बनाने के क्रम में पटना पुलिस ने इसे हिरासत में लिया था. अब्दुल मन्नान जैसे अनेक युवक बांग्लादेश से भागकर नवादा सहित बिहार के कई जिलों में रहकर नागरिकता प्राप्त करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. खुफिया विभाग ने भी बिहार के कई जिलों में इस तरह के गोरखधंधे होने की जानकारी सरकार को पहले ही भेज चुकी है. कई लोगों की उजागर हो सकती है संलिप्ततापटना में गिरफ्तार बांग्लादेशी युवक अब्दुल मन्नान के नवादा के तकिया पर निवासी होने, आवासीय प्रमाणप्रत्र बनने, निर्वाचन आयोग पहचान पत्र बनने तथा पासपोर्ट के लिए जाली दस्तावेज तैयार करने जैसे मामलों की गहराई से तहकीकात की जाये तो कई सफेदपोश लोगों की संलिप्तता उजागर हो सकती है. जिला मुख्यालय में दर्जनों ऐसे गैर निबंधित संस्थाएं काम कर रही है जो फर्जी दस्तावेज तैयार कर युवक को कमाने के लिए दुबई, साउदिया सहित खाड़ी देशों में भेज रही है. क्या कहते हैं अधिकारीअब्दुल मन्नान की गिरफ्तारी व नवादा के बरामद दस्तावेज की जांच पटना पुलिस के सहयोग मांगने के बाद ही शुरू हो पायेगी. इस संबंध में फिलहाल कुछ भी कहना उचित नहीं है. विकास बर्मन, पुलिस अधीक्षक, नवादा
बांग्लादेशी मन्नान ने नवादा में बनवाया था आवासीय प्रमाणपत्र
बांग्लादेशी मन्नान ने नवादा में बनवाया था आवासीय प्रमाणपत्र नागरिकता के लिए नवादा से ही प्राप्त किया था मतदाता पहचान पत्र बगैर गारंटर के कार्पोरेशन बैंक ने खोला अब्दुल मन्नान का खातापासपोर्ट बनानेवाली कई एजेंसियां आ सकती है जांच के दायरे मेंस्थानीय अधिकारियों पर भी गिर सकती है गाजफोटो-10प्रतिनिधि, नवादा (सदर)शुक्रवार को पटना में गिरफ्तार […]
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