नवादा : शहर में गंदगी व नालियों में गंदगी जमा होना अभिशाप बन गया है. आये दिन किसी न किसी वार्ड में नालियों का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहते रहता है.
साथ ही जहां देखो कचड़े का अंबार लगा रहता है. शहर की साफ–सफाई की जवाबदेही नगर पर्षद की है. करोड़ों का फंड रहते हुए भी शहरवासी सफाई के लिए तरह रहे हैं. नगर पर्षद की बात करें, तो यह केवल बड़ी–बड़ी बातें कहने में जुटी है. जब–जब साफ–सफाई पर चर्चा की जाती है, तो उस पर जवाब ऐसा मिलता है, मानो नगर पर्षद इन दिनों साफ–सफाई के प्रति काफी गंभीर है. परंतु, सच्चाई सब्जी बाजार में जाने पर खुल जाता है.
नामुमकिन है यहां जाना
शहर का सबसे प्राचीन क्षेत्र पुरानी बाजार व सब्जी बाजार जो वार्ड संख्या 11 में आता है. यहां की स्थिति देखते ही नगर पर्षद की पोल खुलने लगती है. आखिर साफ–सफाई व विकास के लिए नगर पर्षद को उपलब्ध राशि कहां खर्च हो रही है. एक प्रश्न बन गया है. सब्जी बाजार की स्थिति ऐसी है कि जाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो गया है. नाली के गंदे पानी से होकर घर के किचन में पकाने के लिए सब्जी लाना किसी को गंवारा नहीं लग रहा है.
नाली का पानी घूटने तक तालाब की तरह जमा हुआ है. उसी में सब्जी बेचा जा रहा है. दुर्भाग्य तो यह है कि नाली सफाई के नाम पर दोनों तरफ का स्लैब तोड़ दिये गये हैं, जिससे जो कुछ भी आने–जाने का रास्ता था वह भी अवरुद्ध हो गया है. अब लोगों को काफी घुम कर दूसरे रास्ते में सब्जी बाजार जाना पड़ रहा है. शहर के प्रमुख सब्जी बाजार की स्थिति देख कर नगर पर्षद के कार्यो का अंदाजा सहज लगाया जा सकता है. इन दिनों जो परिस्थिति बनी है उससे शहर में महामारी फैलने का डर बन गया है.
अतिक्रमण से नाली जाम
बरहगैनिया पइन से जुड़े सब्जी बाजार के नाली के पानी का उचित निकास नहीं है. पइन पर अतिक्रमण कर उसे जगह–जगह भर दिया गया है, जिससे नाली का पानी सब्जी बाजार में सड़क पर जमा हो गया है. पइन की सफाई तो पिछले दिनों करा दी गयी, लेकिन इसकी तकनीकी समस्या पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.
इस पइन से जुड़ने के पहले सब्जी बाजार व पुरानी बाजार का जो भी बड़ा नाला है. उसके रास्ता को साफ करने के बजाय पइन का मुख्य नाला की सफाई नगर पर्षद ने करा कर जिम्मेवारियों से निबटने का काम किया है. शहर का मेन रोड और पुरानी बाजार दोनों को जोड़ने वाले नाले को जब तक गहराई से साफ नहीं किया जायेगा, तब तक परेशानी बनी रहेगी.