नवादा : मनरेगा के तहत जिला परिषद सभागार में जिले के मुखियाओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था. लेकिन, व्यवस्था में कमी के कारण सभी मुखियाओं ने इसका बहिष्कार किया व प्रशिक्षण हॉल से बाहर चले गये. मुखियाओं ने बताया कि सुबह 9 बजे से प्रशिक्षण के लिये बुलाया गया, लेकिन 11 बजे तक पानी भी नहीं दिया गया.
हालांकि, प्रशिक्षक सुभाष सिंह कहा कहना है कि खाना, पानी व चाय सभी कुछ की व्यवस्था की गयी था, जिसे समय पर दिया जा रहा था. उन्होंने कहा कि जो लोग विलंब से प्रशिक्षण में आये उन्हीं लोगों ने हंगामा किया.
इस प्रशिक्षण के तहत मुखियाओं को मनरेगा अधिनियम की जानकारी, योजनाओं के क्रियान्वयन, दस्तावेज बनाने की विधि, खातों का संधारण व नियोजन प्लानिंग से संबंधित जानकारी दी जानी थी.
प्रशिक्षण का बहिष्कार करने वाले मुखिया में झुनाठी पंचायत के राम बालक यादव, केना के विंदेश्वर प्रसाद, भदौनी के बच्ची देवी, आंती के जितेंद्र कुमार, बुधौली के मिथिलेश पांडेय, कबला के सुबोध कुमार, पकरीबरावां दक्षिणी के तेतरी देवी, उकौड़ा के मामता देवी, ढोढा के डॉ अरुण कुमार, पार्वती के बेबी देवी, खखरी के आशा देवी, एरूरी के रूबी देवी, चंडीनावां के सरिता देवी, बेलड़ के विपिन कुमार, बिरनामा के जितेंद्र कुमार, डुमरावां के अनिल रजक, समाय के राम दुलारी देवी, खैरा के गणपत मांझी सहित दर्जनों मुखिया शामिल थे. काशीचक खैरा के मुखिया गणपत मांझी ने बीडीओ पर भी मनमानी करने का आरोप लगाया है.