मुहल्ले में नाली न होने से बरसात में होगी दिक्कत
नवादा : बरसात के दिनों में शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाते हुए निचले इलाकों से नाली के पानी की निकासी चुनौती बनी है. शहरी क्षेत्रों के विकास के साथ शहर में पार नवादा, आंबेडकर नगर, डोभरा पर, राम नगर, वीआइपी कॉलोनी, न्यू एरिया हनुमान नगर, राजेंद्र नगर आदि कई मुहल्ले हैं, जहां बरसात का पानी जमा हो जाता है.
पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण स्थानीय लोगों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है. सालों से अांबेडकर नगर की स्थिति खराब रही है़ पिछले साल पानी निकालने का इंतजाम किया गया था. इस साल फिर वही स्थिति बनी हुई है़ नगर पर्षद का वार्ड पांच शहर के बड़े वार्डों में शामिल है. एलआइसी ऑफिस की बगलवाली गली से लेकर खुरी नदी के किनारे तथा यमुना पथ से आगे तक इसका दायरा फैला हुआ है. नये पार्षद के सामने पांच सालों के लिए क्षेत्र के विकास का नया खाका बनाने के साथ वार्ड की मूलभूत समस्याओं को दूर करने की भी चुनौती है. निचले क्षेत्रों से पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होना मुख्य समस्याओं में से एक है.
गलियों में लाइट की व्यवस्था व सबसे खास साफ-सफाई को लेकर एक आदर्श स्वरूप प्रदान करना है. वार्ड के निचले इलाके से पानी निकासी की समस्या पर पार्षद पूनम कुमारी कहती हैं कि जनता का जो विश्वास मिला है, इसके लिए आभारी हूं.
हनुमान नगर के अलावा बाबा बालेश्वर जी के पास पानी निकासी की समस्या होती है़ दोनों जगहों पर नाली निर्माण के लिए विवादित जमीन सामने आ रही है़ यदि सड़क व नाली बननी है, तो इसके लिए जमीन जरूरी है.
वार्ड संख्या 28 के अंर्तगत पड़नेवाले आंबेडकर नगर व डोभरा पर से पानी की निकासी करने के लिए पुराने मद से अनुशंसित राशि को खर्च की जा रही है़ पूर्व में नगर विकास निधि से साढ़े तीन लाख रुपये खर्च कर आधे एरिया में नाली और स्लैब बनाया गया है़ इसके बाद आठ लाख 60 हजार रुपये से 14वें वित्त आयोग से अनुशंसित पुराने मद की राशि से नाली का निर्माण हो रहा है. आंबेडकर में भी नाली निर्माण हो रहा है.