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लचर सुरक्षा-व्यवस्था की खुली पोल

सोमवार को अगर पुलिस थोड़ी भी सतर्क रहती तो इस दोहरे हत्याकांड को रोका जा सकता था.जिले के बैंक को नकदी उपलब्ध करानी वाली कैश वैन को लूटने की यह पहली घटना नहीं है,इससे पहले भी शहर के रांची रोड स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम के कार्यालय के समीप भी हथियारबंद अपराधियों ने कैश वैन […]

सोमवार को अगर पुलिस थोड़ी भी सतर्क रहती तो इस दोहरे हत्याकांड को रोका जा सकता था.जिले के बैंक को नकदी उपलब्ध करानी वाली कैश वैन को लूटने की यह पहली घटना नहीं है,इससे पहले भी शहर के रांची रोड स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम के कार्यालय के समीप भी हथियारबंद अपराधियों ने कैश वैन को लूटने का प्रयास किया था.
बिहारशरीफ : 20 नवंबर 2015 को हथियारबंद अपराधियों ने शहर के सोहसराय बाजार स्थित केनरा बैंक से 42.77 लाख की लूट कर ली थी. घटना को अंजाम देने से पूर्व अपराधियों ने वहां के सभी बैंकर्स को स्ट्रांग रूम में बंद कर लूट की रकम लेकर फरार हो गये थे. वर्ष 2015 के फरवरी माह में इसी अंदाज में अपराधियों ने शहर के रांची रोड स्थित भारतीय जीवन बीमा के कार्यालय के समीप एक्सिस बैंक के कैश वैन को लूटने का प्रयास किया था. इस घटना में कैश वैन के कैशियर को अपराधियों ने गोली मार दी.सोमवार को भी इसी अंदाज में बाइक सवार अपराधियों ने कैश वैन को लूटने का प्रयास किया.घटना को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने कैश वैन के गार्ड व कैशियर की हत्या गोली मार कर दी.प्रत्यक्षदर्शियों भी बताते हैं कि अपराधी कैश वैन से एक भरा बैग लेकर भागे हैं,हालांकि नालंदा पुलिस इस घटना को लूट से जोड़ कर नहीं देख रही है.
कैश वैन की व्यवस्था का अपराधी उठा रहे हैं फायदा
अपराधी कैश वैन की कमजोर सुरक्षा-व्यवस्था का फायदा उठा रहे हैं.सोमवार को जिस कैश वैन के गार्ड की हत्या गोली मार की गयी उनकी उम्र 60 से उपर है.
बैंकों तक नकदी पहुंचाने वाली निजी कंपनियां वृद्ध गार्ड को अपने यहां भरती कर के उनसे करोड़ों का ट्रांजेक्शन करवाती हैं.कैश वैन में चालक,कैशियर व गार्ड के अलावा एक एटीएमओ रहते हैं,सबों की अलग-अलग जवाबदेही होती है.नालंदा जिले में कुल 146 एटीएम मशीन लगी हैं,जिसके लिए अलग-अलग कंपनियों के कैश वैन काम करते हैं.
रायटर सेव गार्ड नामक यह कंपनी शहर के अलावा जिले के दूसरे एटीएम मशीनों पर भी रुपये पहुंचाने का काम करती है.जिले के अधिकतर एटीएम मशीनों पर गार्ड की कोई व्यवस्था है ही नहीं.इस संबंध में पूछे जाने पर लीड बैंक प्रबंधक अरूण कुमार चौधरी ने बताया कि आवश्यकतानुसार बैंक की ओर से भी कैश वैन पर सुरक्षा गार्ड मुहैया कराया जाता है.
वारदात पर पुलिस की तफ्तीश
सोहसराय थानाध्यक्ष जेपी यादव बताते हैं कि यह जांच का विषय है कि कैश वैन का एटीएमओ किस परिस्थिति में कैश वैन से कचहरी में उतर गया.यह जांच का विषय है.जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि एटीएमओ द्वारा शहर के भराव पर स्थित जनलक्ष्मी कंपनी से 6 लाख रुपये एटीएम में जमा कराने के लिए लिये गये थे,लेकिन व रुपया किस बैंक के एटीएम में डाले गये इसकी स्पष्ट जानकारी एटीएमओ पुलिस को नहीं बता रहा है.जांच रिपोर्ट यह कहती है कि कैश वैन के कैशियर द्वारा कचहरी स्थित आरआर मैक्स नामक कंपनी से मात्र 16196 रुपये लिये गये थे.थानाध्यक्ष ने बताया है कि पूरे मामले की जांच पुलिस करने में जुटी हुई है.कैश वैन के चालक से घटना की पूरी जानकारी ली जा रही है.पुलिस ने अपने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कैश वैन के एटीएमओ की भूमिका पर संदेह की लकीर खींची है,पुलिस उसके बयान को संदेहास्पद बता रही है.
गार्ड,कैशियर,एटीएमओ व चालक के मोबाइल फोन का निकाला जा रहा है सीडीआर
मामले की जांच कर रही पुलिस की टीम कैश वैन पर रहे गार्ड,कैशियर,एटीएमओ व चालक के मोबाइल फोन का सीडीआर निकाल कर उसका अध्ययन करेगी.आधुनिक अनुसंधान में कई तथ्यों का खुलासा करने की बात पुलिस कह रही है.यह पता लगाया जायेगा कि घटना से पूर्व इन सबों के मोबाइल पर किन-किन लोगों का फोन आया या इन लोगों ने द्वारा किन-किन लोगों से संपर्क साधा गया.पुलिस उक्त क्षेत्र के सभी मोबाइल टावरों से कनेक्ट होने मोबाइल नंबरों की जांच कर रही है.
विशेष जांच दल का गठन
घटना के करीब 7 घंटे बाद नालंदा के पुलिस अधीक्षक ने एक एसआइटी का गठन किया है.एसपी ने बताया कि पुलिस इस घटना में संलिप्त सभी अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर निरंतर छापेमारी कर रही है.इस संबंध में फ्लिप कार्ड के कर्मचारी व कैश वैन के चालक व एटीएमओ से विशेष पूछताछ की जा रही है.एसपी ने दावे के साथ कहा है कि घटना में संलिप्त सभी अपराधियों की गिरफ्तारी निकट भविष्य में कर ली जायेगी.इसके लिए नालंदा पुलिस सीमावर्ती जिले की पुलिस से मदद ले रही है.
एक्सपर्ट की राय
क्राइम ऑफ नेचर बताता है कि घटना को अंजाम देने वाले अपराधी कैश वैन की रेकी कर रहे थे.कैश वैन शहर के जिन-जिन स्थानों पर रुका उसकी पूरी जानकारी अपराधियों को थी.अपराधी इस बात की भी जानकारी लगाने में कामयाब रहे कि कैश वैन में कहां-कहां से कितने रुपये मिले.क्राइम एक्सपर्ट का कहना है कि अपराधी को यह भी पता था कि सोमवार को कैश वैन स्थानीय 17 नंबर के पास फ्लिप कार्ट के कार्यालय से बड़ी नकदी उठाने वाली है.फ्लिप कार्ट का यह दफ्तार बाइपास में आता है,यहां से घटना को अंजाम देकर बड़ी आसानी से भागा भी जा सकता है.
12:30: कैश वैन पहुंचा आरआर मैक्स कंपनी कचहरी
12:45: 17 नंबर के फ्लिप कार्ट कार्यालय
12:55 अपरधियों ने कैश वैन को किया हायर
1:00 में गार्ड एवं चालक को मारी गोली
2:00 एसपी पहुंचे घटनास्थल

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