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मिट्टी जांच करना हुआ आसान

मुहिम. चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला गाड़ी पहुंची नालंदा मिट्टी जांच करना अब और हुआ आसान अगले आदेश तक रहेगी जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला में बिहारशरीफ : खेती की उर्वरा शक्ति की जांच गुणवत्ता पूर्ण होगी. जिले में मिट्टी के नमूनों की जांच करना पहले अब और भी आसान हो गया है. मिट्टी जांच सही समय […]

मुहिम. चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला गाड़ी पहुंची नालंदा

मिट्टी जांच करना अब और हुआ आसान
अगले आदेश तक रहेगी जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला में
बिहारशरीफ : खेती की उर्वरा शक्ति की जांच गुणवत्ता पूर्ण होगी. जिले में मिट्टी के नमूनों की जांच करना पहले अब और भी आसान हो गया है. मिट्टी जांच सही समय पर हो इसके लिए सरकार ने ठोस व्यवस्था कर दी है. वैसे तो सूबे के हर जिले में मिट्टी जांच प्रयोगशाला खोल रखी है. जहां पर मिट्टी के नमूनों की जांच हर दिन होती है. इसे और भी व्यवस्थित करने के लिए सरकार व राज्य कृषि विभाग ने चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला वैन की व्यवस्था कर दी है. फिलहाल यह वैन प्रमंडल स्तर पर उपलब्ध करायी गयी है. नालंदा जिला पटना प्रमंडल के तहत आता है. पटना प्रमंडल को उपलब्ध करायी गयी चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला वैन सोमवार की संध्या में जिला कृषि कार्यालय परिसर स्थित संचालित जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला में पहुंची.
आधुनिक जांच उपकरणों से लैस है प्रयोगशला वैन
सरकार की ओर से उपलब्ध करायी गयी प्रमंडल स्तर पर चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला गाड़ी आधुनिक जांच उपकरणों से पूरी तरह से सुसज्जित है.इस आधुनिक वैन में मिट्टी के नमूनों के सूक्ष्म तत्वों की जांच के लिए सभी आवश्यक तरह के उपकरण उपलब्ध हैं. इस वैन में मिट्टी जांच के लिए साथ में केंद्रीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला ,मीठापुर पटना के दो सहायक अनुसंधान पदाधिकारी भी आये हैं. जो नालंदा जिले के किसानों के खेतों से संग्रहित मिट्टी के नमूनों की जांच करेंगे. जांच में इस बात को पता लगायी जाएगी कि अमूक किसान के खेत की मिट्ी में उर्वरा शक्ति की स्थिति क्या है. यानी की मिट्टी की सूक्ष्म तत्वों की जांच करेंगे. जांच रिपोर्ट के आधार पर ही संबंधित किसानों को मिट्टी हेल्थ स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराये जाएंगे.
पांच जिलों को कवर करेगी चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला गाड़ी
चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला गाड़ी पटना प्रमंडल के पांच जिलों को कवर करेगी. यह वैन केन्द्रीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला,मीठापुर के आदेशानुसार समय-समय पर मिट्टी के नमूनों की जांच के लिए आवंटित जिलों में जाएगी. यह वैन को पटना प्रमंडल के नालंदा समेत पांच जिले आवंटित किये गये हैं. यह वैन आवंटित अन्य चार जिलों से गुजरती हुई नालंदा पहुंची है. मिट्टी जांच प्रयोगशाला,पटना के आदेशानुसार चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला गाड़ी नालंदा में अगले आदेश तक रहेगी. साथ ही किसानों के खेतों से संग्रहित मिट्टी के नमूनों की जांच करेगी.
वैन ने शुरू की सूक्ष्म तत्वों की जांच : नालंदा जिला कृषि कार्यालय परिसर में संचालित जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला में पहुंची चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला गाड़ी में मिट्टी के सूक्ष्म तत्वों की जांच करनी मंगलवार से शुरू कर दी है. जिले के किसानों के खेतों से लिये गये मिट्टी के नमूनों को चलंत जांच प्रयोगशाला में डालकर जांच शुरू कर दी गयी है. चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला गाड़ी के साथ आये सहायक अनुसंधान पदाधिकारी जितेन्द्र कुमार एवं सोने लाल साह ने संयुक्त रूप से बताया कि मिट्टी की उर्वरा शक्ति की पहचान के लिए 12 तरह की जांच आवश्यक होती हैं. जिसमें सूबे के हर प्रयोगशाला में दस तरह के मिट्ी के नमूनों की जांच करने की सुविधा उपलब्ध है. इस वैन में भी यह सुविधाएं मौजूद हैं. दो तरह की जांच केन्द्रीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला मीठापुर में होती है. जिसमें बोरोन व सल्फर तत्वों की जांच पटना प्रयोगशाला में होती है. इसके अलावा दस तरह की तत्वों की जांच जिला प्रयोगशाला व इस वैन में सरल व और आसानी तरीके से जांच की जाती है.उन्होंने बताया कि इस वैन में जिंक,आयरन,मैग्नीज एवं कॉपर की जांच शुरू की गयी है. एक दिन में उक्त तत्वों के हर 100 नमूने की जांच की होती है. जांच के बाद किसानों मिट्टी स्वास्थ्य हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराये जाते हैं. अगले तीन साल के दौरान किसानों को कार्ड उपलब्ध करा दिये जाने की योजना है.
जैसे-जैसे कार्ड बनते जाते हैं वैसे-वैसे किसानों को कार्ड उपलब्ध कराये जाते हैं. उन्होंने बताया कि इस वैन को जिलों में इसलिए लाकर जांच की जा रही है कि यदि विभाग भविष्य में इस वैन को आवश्यक महसूस करेंगे तो क्रय कर सकते हैं.

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