बिहारशरीफ : जिला न्यायालय के पाक्सो स्पेशल एडीजे प्रथम शशि भूषण प्रसाद सिंह के न्यायालय में चर्चित नाबालिग छात्रा दुष्कर्म कांड में बिहारशरीफ सदर अस्पताल के सीएस डाॅ शैलेंद्र कुमार का परीक्षण प्रति परीक्षण किया गया. चिकित्सक को इस कांड में आठवें गवाह के रूप में उपस्थित किया गया. इस कांड के लिए गवाह के रूप में सीएस सहित डॉक्टरों डाॅ ममता कुमारी, डाॅ रामकुमार प्रसाद, डाॅ कुमकुम कुमारी, डाॅ अखिलेश कुमार व डाॅ प्रीति रंजन को भी कोर्ट ने समन किया है.
सीएस शैलेन्द्र कुमार से अभियोजन पक्ष अधिवक्ता जितेन्द्र कुमार, स्पेशल पीपी सोमेश्वर दयाल व कैसर इमाम ने मेडिकल जांच रिपोर्ट के लिए गठित बोर्ड के डॉक्टरों के इससे संबंधित ओपिनियम का टोटल रिर्पोट की पूछताछ किया. इसके उपरांत आरोपी राजबल्लभ पक्ष से अधिवक्ता बीरेन कुमार व कमलेश कुमार ने प्रतिपरीक्षण किया. मेडिकल रिपोर्ट से संबंधित सवाल किये गये. मेडिकल रिपोर्ट में गठित चिकित्सक कमेटी ने बलात्कार से इनकार नहीं किये जाने की रिपोर्ट दी थी.
जबकि प्रथम जांच रिपोर्ट डाॅ कृष्णा ने दी थी. आठवें गवाह की प्रतिपरीक्षण आज भी जारी रहेगा. इसके पूर्व आरोपिता राधा देवी पक्ष से सातवें गवाह एसआइ गंधारी देवी का प्रतिपरीक्षण समाप्त हुआ था. जिसके अनुसार एसआइ ने अारोपित के रूप में घटनास्थल पर जिसे पहचान किया था. वह मोटा आदमी था. यहीं बयान में भी कहा था. इसके अलावा घटनास्थल का न तो गवाह के द्वारा कोई फोटो लिया गया था और न ही कोई स्थान का नक्शा बनाया गया था.