समाज में महिलाओं का सर्वोच्च स्थान
बिहारशरीफ : बेटियां न तो परायी हैं और न पराया धन. धन तो खर्च हो जाते हैं पर बेटियां अनमोल मोती हैं, जो दो परिवारों को एक धागे में जोड़ कर रखती है. स्थानीय बेरौटी स्थित केके टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज परिसर में आयोजित महिला सशक्तीकरण कार्यक्रम में कुमारी अर्चना ने यह बातें कहीं. इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ केके विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके प्रसाद ने किया.
कार्यक्रम में डॉ प्रसाद ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से खासकर तकनीकी शिक्षा प्रदान कर महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जा सकता है. समाज में महिलाओं को शिक्षा के माध्यम से उनके स्तर को ऊंचा बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सभी प्रतिभागियों के इस कार्यक्रम में बेहतर प्रदर्शन की सराहना की और उनकी उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
प्राचार्य डॉ अशोक कुमार ने कहा कि समाज में महिलाओं का सर्वोच्च स्थान है. महिलाएं शिक्षित होंगी तो समाज का बेहतर रूप से विकास होगा. नारी को सभी लोग सम्मान करें. नारी के सम्मान में सभी का सुख निहित है. नारी शिक्षा से ही समाज व राष्ट्र का विकास संभव है. स्कूल की अध्यापिका निधि ने नारी की समाज में उत्कृष्ट स्थान की चर्चा की. समाज में बछेंद्री पाल, कल्पना चावला, मदर टेरेसा, लक्ष्मीबाई आदि सराहना की और कहा कि एेसी महिलाओं पर नारी समाज को गर्व है.
अनामिका सिंह ने कविता के माध्यम से नारी समाज पर हो रहे अन्याय को व्यक्त किया. कार्यक्रम प्रभारी चंद्रकांत आर्य ने इस विषय पर संक्षिप्त टिप्पणी करते हुए महिला सशक्तीकरण पर बल दिया. इस अवसर अश्वनी मिश्र, अरमान, दानिश, प्रशांत, राकेश, प्रियंका, निधि, सरिता, अनामिका, सोनू, जीशान, विपिन, पिंकी समेत कई लोग मौजूद थे.
बेटियां हैं अनमोल मोती : अर्चना
केके टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में महिला सशक्तीकरण पर सेमिनार आयोजित