बिहारशरीफ : गर्भवती माताओं एवं शिशुओं को स्वस्थ रखने के लिए मिशन स्वास्थ्य आंचल की शुरुआत की गयी है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती माताओं की प्रसव पूर्व नियमित जांच सुनिश्चित करना है, जिससे कि जच्चा एवं बच्चा दोनों सुरक्षित रहें. उक्त बातें जिला पदाधिकारी डाॅ त्याग रंजन ने चंडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मिशन […]
बिहारशरीफ : गर्भवती माताओं एवं शिशुओं को स्वस्थ रखने के लिए मिशन स्वास्थ्य आंचल की शुरुआत की गयी है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती माताओं की प्रसव पूर्व नियमित जांच सुनिश्चित करना है, जिससे कि जच्चा एवं बच्चा दोनों सुरक्षित रहें. उक्त बातें जिला पदाधिकारी डाॅ त्याग रंजन ने चंडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मिशन स्वास्थ्य आंचल नामक कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कही. उन्होंने कहा कि वर्तमान में 65 प्रतिशत माताओं का ही नियमित प्रसव पूर्व जांच हो जाता है.
मिशन स्वास्थ्य आंचल का लक्ष्य है कि शत-प्रतिशत माताओं का समय पर सभी जांच हो एवं उनका स्वास्थ्य ठीक रहे. इससे शिशु मृत्यु दर एवं मातृ मृत्यु दर में भी काफी कमी आयेगी उप स्वस्थ्य नालंदा का निर्माण हो सकेगा. जिला प्रशासन द्वारा मिशन स्वस्थ आंचल को वर्तमान में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चंडी, करायपरशुराय एवं राजगीर प्रखंड में शुरू किया गया है. कार्यक्रम के तहत सभी प्रखंडों में जीविका एवं आंगनबाड़ी दीदीओं की मदद से गर्भवती माताओं का सर्वेक्षण कराया गया है. प्रत्येक गर्भवती माताओं के साथ एक दीदी को टैग कर दिया गया है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा उनके जांच का रोस्टर बना दिया गया है.
13 से 22 तक दिसंबर तक चलेगा अभियान : वर्तमान में तीन प्रखंडों में ये एंटी नातल चेकअप 13 से 22 दिसंबर तक चलेगा. फिर अगले राउंड के लिए अगली तिथि निर्धारित कर इसे कैंप मोड़ में चलाया जायेगा. गर्भवती माताओं की यह जांच का कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग के नियमित जांच कार्यक्रम को गति देने एवं उसे शत-प्रतिशत सफल बनाने में मदद करेगा. जिला प्रशासन नालंदा के इस अभिनव कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग, आंगनबाड़ी एवं जीविका की सम्मिलित भूमिका होगी. कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ आवश्यक दवाइयां भी उपलब्ध करायी जायेगी. जिलाधिकारी ने कहा कि जिला स्वास्थ्य एवं समृद्ध तभी होगा जब इसकी माताएं एवं शिशु स्वास्थ्य रहे. मिशन स्वास्थ्य आंचल कार्यक्रम के अंतर्गत चंडी प्रखंड में 1825, राजगीर में 1107 तथा करायपरशुराय में 573 महिलाओं को चिन्हित किया गया है. तीनों प्रखंडों में एक साथ यह कार्यक्रम शुरू हो गया है. इस
पायलट प्रोजेक्ट के परिणामों का विश्लेषण कर और संवर्द्धित कर इसे पूरे जिले में लागू किया जायेगा. इस अवसर पर डीएम ने गर्भवती माताओं के बीच कंबल एवं आयरन एवं अन्य दवाइयां भी वितरित किया. इस
कार्यक्रम में सिविल सर्जन डाॅ सुबोध कुमार सिंह, एसडीओ हिलसरा सृष्टि राज सिंह, डीपीएम जीविका, डाॅ संतोष कुमार, डीपीआरओ लाल बाबू, डीपीओ गायत्री कुमारी, सीओ राजीव रंजन, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी चंडी समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी आदि मौजूद थे.