बिहारशरीफ : सदर अस्पताल के इएनटी ओपीडी में इन दिनों मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. इस ओपीडी में इएनटी विशेषज्ञ के नहीं आने से इस ओपीडी में इलाज कराने पहुंचने वाले रोगियों को खासे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.प्रतिदिन नाक,कान व गला ओपीडी में 100 से 120 मरीज इलाज कराने को पहुंच रहे हैं. सदर अस्पताल के नाक,कान व गला ओपीडी में डॉक्टर करीब डेढ़ माह से नहीं आ रहे हैं.लिहाजा मूक बधिरों को विकलांगता प्रमाण पत्र बनाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मूक बधिरों प्रमाण पत्र बनाने का काम भी करीब डेढ़ माह से बंद है,इससे संबंधित मरीज रोजाना सदर अस्पताल के इएनटी ओपीडी का चक्कर लगा रहे हैं.ओपीडी में डॉक्टर के नहीं बैठने से मरीज निराश होकर वापस घर लौटने को विवश हो रहे है. एेसे मूक बधिर मरीजों की जांच तक नहीं हो पा रही है.मरीजों को अब पटना की दौड़ लगानी पड़ रही है. मेडिकल के दिन सोमवार को इएनटी ओपीडी में मरीजों की विकलांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए भीड़ उमड़ रही है.
पर इएनटी के डॉक्टर नहीं होने से न तो रोगियों का इलाज और नहीं जांच ही हो पा रही है. करीब छह माह पूर्व डेढ़ साल बाद नये इएनटी की पदस्थापना हो पायी थी.इसके बाद से इस ओपीडी में मरीजों का आना शुरू हो गया था.लोगों को आस जगी थी कि अब इलाज व विकलांगता प्रमाण पत्र बनाने में सहूलियत होगी.कुछ महीने मरीजों को इसमें सहूलियत भी हुई.लेकिन डेढ़ माह से डॉक्टर के नहीं आने से एकबार पुन: इएनटी के मरीजों की फजीहत बढ़ गयी है.