बिहारशरीफ : शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा की उपासना का व्रत नवरात्रा पूरे जिले में पूर्ण भक्तिभाव से मनाया जा रहा है. माता के भक्त व श्रद्धज्ञलू अपने-अपने घरों में कलश स्थापित कर दुर्गा सप्तशती पाठ में पूरी तन्मयता से लगे हैं. सोमवार को नवरात्रा के तीसरे दिन भी द्वितीय तिथि होने के कारण साधकों ने माता के द्वितीय स्वरूप ब्रह्मचारिणी माता की उपासना की. मंगलवार को चंद्रघंटा माता की उपासना होगी.
इस संबंध में पंडित श्रीकांत शर्मा ने कहा कि माता चंद्रघंटा का स्वरूप स्वर्ण के समान कांतियुक्त होता है. इनकी दस भुजाएं होती है. शेर पर सवार माता चंद्रघंटा की उपासना करने से जातक का मंगलदोष दूर हो जाता है. इनकी पूजन से साधकों को शक्ति, विजय तथा संतान की प्राप्ति होती है.
इनकी पूजा में दूध-घी का अवश्य प्रयोग करना चाहिए. उन्होंने बताया कि शारदीय नवरात्र की बड़ी महिला है. तन-मन से नवरात्रा करने वाले साधकों की सारी समस्याएं दूर होकर सौभाग्य की प्राप्ति होती है. नवरात्र के तीसरे दिन संत बाबा आश्रम बसवन बीघा स्थित उनकी समाधी पर अखंड कीर्तन का आयोजन किया गया है. अखंड कीर्तन में भाग लेने के लिए हजारों की संख्या में जिले भर के श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.