एमबीसोम का इंजेक्शन जिला कालाजार विभाग को प्राप्त हो गया है
28 दिनों तक दवा खाने से अब मिली मुक्ति
बिहारशरीफ : कालाजार के मरीजों के लिए खुशखबरी है. अब उन्हें बीमारी से मुक्ति व स्वस्थ होने के लिए लंबी अवधि तक दवा नहीं खानी पड़ेगी. कम अवधि में ही दवा लेने से बीमारी से छुटकारा मिल जायेगी. ऐसे ही अतिमहत्वपूर्ण दवा की इजाद कर ली गयी है. यह कमाल दिखायेगी एमबीसोम इंजेक्शन.
वह भी सिर्फ एक डोज इंजेक्शन ही मरीजों को लेनी होगी. इस तरह बीमारी से सहज रूप से छुटकारा मिल जायेगा. इस इंजेक्शन के लगाने के बाद कालाजार के मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो जायेंगे. यह इंजेक्शन मरीजों को स्लाइन के माध्यम से नस में दी जायेगी. इसके लिए संबंधित मरीजों को महज छह घंटे चिकित्सा के लिए समय देना होगा. इंजेक्शन चढ़ने के बाद ही मरीज स्वस्थ महसूस करने लगेंगे. एमबीसोम का इंजेक्शन जिला कालाजार विभाग को प्राप्त हो गया है.
इंजेक्शन कालाजार विभाग को हुआ उपलब्ध : कालाजार के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए एमबीसोम इंजेक्शन प्राप्त हो गया है. जिला कालाजार विभाग को 40 इंजेक्शन प्राप्त हुआ है. अब मरीजों के लिए सहज रूप से जिले में उपलब्ध होेगी. यह मरीजों को जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से चिकित्सीय सलाह के मुताबिक नि:शुल्क उपलब्ध करायी
जायेगी. जिला मलेरिया विभाग द्वारा चिह्नित मरीजों को ब्लड जांच के बाद बीमारी की पुष्टि होने पर संबंधित रोगियों को यह उपयोगी सूई उपलब्ध करायी जायेगी. पंजीकृत मरीज इस दवा से लाभान्वित होेंगे. इस सूई को शीतगृह में रखा गया है. मरीजों को एमबीसोम के इंजेक्शन लगाने व बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए जिले के दो चिकित्सकों को विशेष ट्रेनिंग दी गयी है.
राज्य स्तर पर इसकी ट्रेनिंग चिकित्सकों को दी गयी है. जिले के डा. शैलेंद्र कुमार एवं डा. प्रकाश ट्रेंड हो चुके हैं. अब इस दवा के माध्यम से कालाजार से पीडि़त मरीजों का इलाज जिले में शुरू होगा.
बताया गया है कि यह इंजेक्शन मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. ट्रेंड चिकित्सक कालाजार के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध करा कर रोगमुक्त बनाने में कामयाब होंगे.
अबतक हो रहा था मिल्टोफोसीन व पेरोमाइसीन से इलाज
कालाजार के मरीजों को अभी तक मिल्टोफोसीन कैप्सूल व पेरोमाइसीन इंजेक्शन के माध्यम से चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी जा रही थी. उक्त दोनों दवा एक साथ मरीजों को लेने पड़ते थे. मरीजों को यह दवाइयां लगातार 10 दिनों तक लेनी पड़ती थी. उक्त दोनों दवाएं मरीजों को नि:शुल्क उपलब्ध करायी जा रही थीं.
यह दवा 10 दिनों तक लेने पर मरीज स्वस्थ हो जाते थे. मरीजों की उम्र के हिसाब से चिकित्सीय सलाह के अनुसार यह दवाइयां दी जती थीं. नियमित रूप से भी यह दवा लेने से मरीज बीमारी से मुक्त होकर स्वस्थ हो जाते हैं. गांव-कस्बों में लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए आशा व एएनएम रोग के लक्षण बताने में जुटी हैं. मरीज चिह्नित होने पर उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजती हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
ट्रेंड चिकित्सकों की सलाह के मुताबिक, जिले में कालाजार से पीडि़त मरीजों को एमबीसोम इंजेक्शन के माध्यम से चिकित्सा की जायेगी. यह इंजेक्शन जिला स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध हो गया है. अब जो भी कालाजार के मरीज मिलेंगे, तो उनका इलाज इस इंजेक्शन के माध्यम से किया जायेगा.
डॉ सुबोध कुमार सिंह, सीएस, नालंदा