बिहारशरीफ : शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. मौसम की जानकारों की मानें तो आने वाले कुछ दिनों में पारा के और चढ़ने की संभावना है. इससे लोगों को गरमी के तीखे तेवरों का सामना करना पड़ेगा. गरमी के तल्ख तेवर को देखते […]
बिहारशरीफ : शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. मौसम की जानकारों की मानें तो आने वाले कुछ दिनों में पारा के और चढ़ने की संभावना है. इससे लोगों को गरमी के तीखे तेवरों का सामना करना पड़ेगा. गरमी के तल्ख तेवर को देखते हुए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी पंखा, कूलर व फ्रीज खरीदने व उसका सहारा लेने को मजबूर हो गये हैं.
पारा चढ़ने से बिजली की खपत में बेतहाशा वृद्धि हो गयी है. दिन भर पंखा व कूलर चल रहे हैं, फ्रीज का दरवाजा बार-बार खुल रहा है. इसके कारण बिजली कट की समस्या उत्पन्न हो रही है. गरमी के तीखे तेवर का असर आम जनजीवन पर दिखने लगा है. दोपहर बाद सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम हो गयी है.
जरूरी काम से निकलने वाले युवक-युवतियां तेज धूप से बचने के लिए मुंह व सिर पर कपड़ा बांध कर निकलने को विवश है. राहगीरों के हलक सूखने लगे हैं. इसको लेकर शीतल पेय पदार्थों के अलावा मौसमी फल संतरा, तरबूज, जैसे फलों की बिक्री बढ़ गयी है. गरमी के कारण मौसमी बीमारियां बढ़ गयी है.
वर्धमान मेडिकल कॉलेज पावापुरी के चिकित्सक डॉ. के.के. मणी एवं आइएमए के पूर्व अध्यक्ष सियाशरण प्रसाद बताते हैं कि गरमी ने थकावट, लू लगना, शरीर में पानी की कमी, फूड प्वाइजनिंग, हीट स्ट्रोक आदि की समस्या उत्पन्न होती है. ऐसे में लोग प्यास लगने का इंतजार न करें. घर में बना नींबू पानी और ओआरएस के घोल का प्रयोग करें. सूती कपड़े पहने और तेज धूप से बचने के लिए धूप के चश्मे व हैट का प्रयोग करें.