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आंगनबाड़ी सेविकाओं की ट्रेनिंग शुरू

प्रत्येक बैच में 40-40 सेविकाओं हो रही ट्रेनिंग बिहारशरीफ : कुष्ठ बीमारी का सही सही ढंग से गांव देहातों में भी पहचान हो सके. इसके लिए जिले की चयनित आंगनबाड़ी सेविकाएं बीमारी के लक्षण की पहचान के गुर सीखने में लगी हैं. बीमारी के लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी देने के लिए शनिवार […]

प्रत्येक बैच में 40-40 सेविकाओं हो रही ट्रेनिंग

बिहारशरीफ : कुष्ठ बीमारी का सही सही ढंग से गांव देहातों में भी पहचान हो सके. इसके लिए जिले की चयनित आंगनबाड़ी सेविकाएं बीमारी के लक्षण की पहचान के गुर सीखने में लगी हैं. बीमारी के लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी देने के लिए शनिवार से दो दिवसीय आंगनबाड़ी सेविकाओं को ट्रेनिंग देने का काम शुरू किया गया.
प्रशिक्षण के पहले दिन दो बैचों में सेविकाओं को सदर अस्पताल परिसर स्थित जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में प्रशिक्षण उमेश प्रसाद ने बीमारी के लक्षण,बचाव व उपचार के बारे में जानकारियां दी. सेविकाओं को बताया गया कि किसी भी व्यक्ति या बच्चे के शरीर के किसी अंग में तांबे रंग का दाग उभरा हुआ हो तो उसकी बालपेन से जांच करें. अगर सहज पायें तो संबंधित व्यक्ति को चिकित्सा के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजें.
बीमारी की पुष्टि होंने पर मिलेगी प्रोत्साहन राशि:जांच के दौरान मरीज में कुष्ठ बीमारी की पुष्टि चिकित्सक द्वारा कर दिये जाने पर संबंधित व्यक्ति का पंजीयन किया जायेगा. पंजीयन के बाद विभाग की ओर से एमजीटी की दवा नि:शुल्क उपलब्ध करायी जायेगी. इतना हीं नहीं कुष्ठ बीमारी की पुष्टि होने पर मरीजों की पहचान करने के एवज में संबंधित आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रोत्साहन के रूप में 250 रुपये दिये जायेंगे.
यह राशि सेविकाओं के बैंक खाते में सीधे भेजी जायेगी. अगर कोई सेविका क्षेत्र में संदिग्ध मरीजों की खोज करते हैं. अगर किसी कारण वश मरीज के साथ अस्पताल नहीं पहुंचते हैं तो मरीज के कार्ड के पीछे अपना नाम, मोबाइल नंबर, बैंक खाता संख्या लिख कर भेज दें. ताकि कुष्ठ मरीज की अधिकारी पुष्टि की सूचना संबंधित सेविकाओं को मोबाइल पर दी जा सके.

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