बिहारशरीफ : चंद दिनों के बाद ही पंचायत राजनीति के स्वरूप बदल जायेगा. बदले हुए स्वरूप में वर्ष 2016 में पंचायत चुनाव कराये जायेंगे. जिला परिषद अध्यक्ष से लेकर प्रमुख, मुखिया सीट तक में बदलाव होंगे. आरक्षण कोटे की सीटों में बदलाव की कवायद शुरू हो गयी है. जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष में से एक सीट अनाक्षित रहेगा.
वर्तमान समय में अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित है. जबकि उपाध्यक्ष का पद सामान्य वर्ग है. नये आरक्षण के तहत अध्यक्ष पद सामान्य या अत्यंत पिछड़ा वर्ग के कोटे में चला जायेगा. जबकि उपाध्यक्ष पद एसी कोटे में ओ की संभावना है.
इसी प्रकार प्रमुख, उपप्रमुख के पद में बलाव तय है. जिस प्रखंड में प्रमुख का पद आरक्षित है वह सामान्य हो जायेगा. वही उपप्रमुख पद में बदलाव हो जायेगा. साथ ही, जिले के 249 पंचायतों में से 43 आरक्षितों में भी फेरबदल होगा. आरक्षित सीट सामान्य वर्ग तो सामान्य सीट एससी वर्ग का हो जायेगा.
पंचायत प्रतिनिधियों की धड़कनें तेज
पंचायत प्रतिनिधि का सुख भोगने वाले प्रतिनिधियों में बेचैनी बढ़ती जा रही है. पंचायती राज विभाग द्वारा आदेश आने के बाद ऐसे लोग कार्यालयों का चक्कर लगाना शुरू कर दिया हैं. पंचायतों में एससी व अतिपिछड़ों की आबादी के अनुसार आरक्षित सीटों में फेरबदल किया जायेगा.
सीटों का निर्धारण विभाग द्वारा जारी मापदंड के अनुसार ही किये जायेंगेे, अब जबकि पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गयी है ऐसे में सरगरमी बढ़ती जा रही है. सीटों के हेरफेर से बचाने को लेकर पंचायत प्रतिनिधि पैरबी की जुगत में भटक रहे हैं. वर्ष 2016 के अप्रैल-मई माह में पंचायत चुनाव कराये जायेंगे. जिले में छह पदों के लिए चुनाव कराये जायेंगे. इसमें मुखिया, सरपंच,पंच,पंचायत समिति,वार्ड सदस्य व जिला परिषद सदस्य शामिल है, फिलहाल 249 मुखिया व सरपंच हैं. 342 पंचायत समिति सदस्य, 34 जिला परिषद सदस्य है़
इसी प्रकार 3391 वार्ड व सदस्य पंच के पदों के लिए चुनाव होने है. वोटरों का विखंडन का कार्य समाप्त हो गया है. विखंडन कार्य की त्रुटियों को प्रशासन द्वारा दूर की जा रही है. 21 जनवरी तक आरक्षित सीटों का निर्धारण कर लिया जायेगा. जिला स्तर के अधिकारियों की कमेटी बनाकर सीटों का निर्धारण किया जायेगा.