बिहारशरीफ : मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए दवा की पर्याप्त रूप से उपलब्धता सुनिश्चित की जाये. अस्पताल की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की हिदायत डीएम ने दी. बुधवार को डीएम डाॅ त्याग राजन एसएम ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया.
उन्होंने मरीजों को दी जानेवाली चिकित्सा सुविधा का भी जायजा लिया. डीएम ने सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, प्रसव वार्ड, एक्सरे रूम, शिशु आकस्मिक सेवा, एसएमसीयू, डायलिसिस आदि वार्डों का भी निरीक्षण किया. इस दौरान इमरजेंसी वार्ड में भरती मरीज के बेड पर बिछी चादर एवं मरीजों को ठंड से बचाने के लिए उपलब्ध कराये गये कंबल देखने के बाद अस्पताल उपाधीक्षक एवं प्रबंधन को अच्छी क्वालिटी के कंबल एवं चादर उपलब्ध कराने को कहा.
डीएम ने अस्पताल के उपाधीक्षक को मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से दवा की पर्याप्त उपलब्धता 20 दिसंबर तक सुनिश्चित करने को कहा.
24 घंटे मिलेगी पैथोलॉजी की सुविधा : सदर अस्पताल में इलाज कराने आनेवाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है. मरीजों को चिकित्सक की सलाह पर बेहतर पैथोलॉजी की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. डीएम डाॅ त्याग राजन ने उपाधीक्षक को निर्देश दिया कि मरीजों को 24 घंटे पैथोलॉजी की सुविधा उपलब्ध कराएं.
इसकी मुकम्मल तौर पर व्यवस्था की जाये, ताकि मरीजों को बीमारी की जांच कराने में किसी तरह की परेशानी न उठानी पड़े. कुत्ते के काटने के बाद दी जानेवाली एंटीरैबिज सूई की भी उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा. उन्होंने कहा कि मरीजों को एंटीरैबिज उपलब्ध कराने के लिए एक लाख से नीचे तक की राशि खर्च कर इसका क्रय करें,
ताकि सूई लेने आनेवाले मरीजों को सहज रूप से उपलब्ध हो सके. डीएम ने बताया कि वैसे एक सप्ताह के दौरान राज्य स्तर से एंटीरैबिज उपलब्ध हो जाने की बात सदर अस्पताल के उपाधीक्षक ने बतायी है. स्टेट से एंटीरैबिज उपलब्ध हो जाने पर मरीजों को और सहूलियत होगी.
मरीजों से खाना के बारे में की पूछताछ : सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान डीएम ने वार्डों में भरती मरीजों से अस्पताल की ओर से दिये जानेवाले खाना के बारे में जनकारी ली. डीएम ने मरीजों से जानकारी ली कि गुणवत्तापूर्ण खाना दिया जा रहा है या नहीं. डीएम ने पत्रकारों को बताया कि खाना की गुणवत्ता के बारे में कोई मरीज ने शिकायत दर्ज नहीं करायी है.
उन्होंने अस्पताल परिसर एवं वार्डों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की हिदायत दी तथा कहा कि इस कार्य में किसी तरह की लापरवाही एवं शिथिलता न बरती जाये. गंदगी किसी भी सूरत में अस्पताल में न फैले. नियमित रूप से साफ-सफाई की जाये.
जरूरत पर पावापुरी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर होंगे तैनात :
डीएम ने निरीक्षण के बाद कहा कि अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए पावापुरी मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों को यहां पर जरूरत के मुताबिक तैनाती होगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से बात की गयी है. जिस वार्ड में जरूरत होगी, उस वार्ड में संबंधित रोग के विशेषज्ञ की तैनाती की जायेगी,
ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा एवं ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध करायी जाये. बंद पड़ी अल्ट्रासाउंड सेवा के बारे में डीएम ने बताया कि इसके लिए पहल की जा रही है. मौके पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डाॅ शैलेंद्र कुमार, अस्पताल के प्रबंधक अनुराग सिन्हा एवं अन्य लोग मौजूद थे.