सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर दिया
नालंदा पुलिस नक्सलियों को मुख्य धारा से जोड़ने की अपनी वचनबद्धता पर खड़ी उतरने की कोशिश में जुटी है. पॉजिटिव प्लान तैयार किया गया है.जिले के पांच मुख्य स्थानों पर जागरूकता से भरे बोर्ड लगाये गये हैं.नक्सल क्षेत्रों में सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर दिया जा रहा है.नक्सलियों के बच्चों व उनके परिवार के बीच कॉपी-किताब व कंबल बांटी जा रही है.
बिहारशरीफ : नालंदा पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर नक्सली मुख्य धारा में लौटते हैं तो उन्हें सरकार की ओर से वह सभी सुविधाएं मुहैया करायी जायेगी,जिससे वह नये सिरे से अपनी जिंदगी की शुरुआत कर सकेंगे. नालंदा पुलिस के संज्ञान में करीब ऐसे 60 लोग हैं,जो किसी न किसी रूप में नक्सली गतिविधियों में अपनी संलिप्तता हैं.
फिलहाल पुलिस द्वारा जिले के तेल्हाड़ा , इस्लामपुर ,गिरियक,नालंदा व हिलसा क्षेत्र में जागरूकता से भरे बोर्ड लगाये गये हैं. बोर्ड में नक्सलियों को नालंदा पुलिस ने यह संदेश दिया है कि आप मुख्य धारा से जुट कर अपना व अपने परिवार के भविष्य को संवार सकते हैं.जागरूकता से भरे बोर्ड उक्त स्थानों पर लगाये गये हैं,जहां से नालंदा जिला किसी दूसरे जिले का अंतिम छोर है.
कराया जा रहा है प्रचार-प्रसार
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नालंदा पुलिस मुख्य धारा से जुड़ने को लेकर प्रचार-प्रसार भी करवा रही है.माइक से क्षेत्र के लोगों को संबोधित किया जा रहा है.बेहतर जीवन व्यतीत करने के गुर बताये जा रहे हैं.उन्हें बताया जा रहा है कि कैसे आप अपने बच्चे व अपने परिवार का जीवन सुधार सकते हैं. प्रचार-प्रसार को लेकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के कई थानों को विशेष दिशा-निर्देश दिये गये हैं.