आयोजन. राजगीर में देश के ऊर्जा मंत्रियों का दो दिवसीय सम्मेलन 10 से
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बिजली के उत्पादन पर करेंगे मंथन
आयोजन. राजगीर में देश के ऊर्जा मंत्रियों का दो दिवसीय सम्मेलन 10 से राजगीर के कन्वेंशन हॉल में होगा सम्मेलन केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह करेंगे सम्मेलन का उद्घाटन संचार प्रणाली में सुधार पर होगी चर्चा बिहारशरीफ : देशभर के ऊर्जा मंत्रियों का दो दिवसीय सम्मेलन 10 नवंबर से राजगीर में शुरू हो रहा है. राजगीर […]
राजगीर के कन्वेंशन हॉल में होगा सम्मेलन
केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह करेंगे सम्मेलन का उद्घाटन
संचार प्रणाली में सुधार पर होगी चर्चा
बिहारशरीफ : देशभर के ऊर्जा मंत्रियों का दो दिवसीय सम्मेलन 10 नवंबर से राजगीर में शुरू हो रहा है. राजगीर के अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन हॉल में आयोजित होने वाले इस ऊर्जा सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजकुमार सिंह द्वारा किया जायेगा.
इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों से संबंधित विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की समीक्षा की जायेगी एवं सभी मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया जायेगा. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मंत्री, सचिव एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे. 10 एवं 11 नवंबर को होने वाले इस ऊर्जा सम्मेलन में प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना को दिसंबर 2018 तक शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने फीडर पृथक्करण और प्रणाली सुदृढ़ीकरण परियोजनाओं को पूरा करने, प्री-पेड, स्मार्ट मीटर लगाने, शहरी क्षेत्रों में आइपीडीएस के कार्यों में तेजी लाने, एटी एडंली हानि को घटाकर 10 प्रतिशत तक लाने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने, सभी को 24 घंटे बिजली मुहैया कराने आदि पर चर्चा होगी.
इसके अलावा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा आरपीओ के लक्ष्य प्राप्त करने, आरइसी से जुड़ी प्रणाली के पालन करने, वर्ष 2022 के लिए आरपीओ पथ सुनिश्चित करने, आरपीओ का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए डिस्कॉम को प्रोत्साहित करने, शुल्क नीतियों में वर्णित निर्धारित सीमा के अंदर क्रॉस सब्सिडी शुल्क को कम करने, पारेषण शुल्क, मोबाइल एप लांच करने, जल विद्युत परियोजनाओं को निर्धारित अधिकतम क्षमता के साथ संचालन करना, विद्युत पारेषण परियोजनाओं में राइट ऑफ वे से जुड़े मुद्दे पर इस सम्मेलन में चर्चा होगी.
ऊर्जा संरक्षण पर भी होगा विचार- विमर्श :
ऊर्जा दक्ष बनाने के लिए संभावित अवसर और कार्य योजना पर भी विचार-विमर्श होगा. इसके तहत राज्यों द्वारा ऊर्जा संरक्षण भवन निर्माण संहिता का पालन करने, ऊर्जा दक्ष उपकरणों के इस्तेमाल से बिजली की मांग का प्रबंधन करने, भारत में ई-मोबीलिटी को बढ़ावा देने, मानक चार्चिंग से जुड़े आधारभूत संरचना और बाजार तैयार करने, नवीकरणीय ऊर्जा के एकीकरण के लिए कार्यक्रम बनाने व अनुमान लगाने, सौर ऊर्जा छत कार्यक्रम की चुनौतियों, पवन ऊर्जा कार्यक्रम, आरई इनवेस्ट 2017 पवन ऊर्जा कार्यक्रम, एसएचपी कार्यक्रम, बायोमास कार्यक्रम आदि की समीक्षा भी होगी.
सम्मेलन के समापन सत्र में राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों की टिप्पणियों और सुझावों को शामिल किया जायेगा. प्रतिनिधि मंडलों द्वारा सम्मेलन के प्रस्तावों को अपनाया जायेगा. इस ऊर्जा सम्मेलन में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी शामिल होने की संभावना जतायी जा रही है.
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