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कालाजार प्रभावित इलाकों में होगा स्प्रे

मुहिम. माइक्रोप्लान के तहत छिड़काव कल से, बनायी गयी गांवों की सूची बिहारशरीफ : कालाजार की रोकथाम के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुकम्मल व्यवस्था की जा रही है. इस रोग की उत्पतिकारक बालूमक्खी के लार्वा को खत्म करने के लिए कार्य योजना बनायी गयी है. कार्य योजना के मुताबिक जिले के वैसे […]

मुहिम. माइक्रोप्लान के तहत छिड़काव कल से, बनायी गयी गांवों की सूची

बिहारशरीफ : कालाजार की रोकथाम के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुकम्मल व्यवस्था की जा रही है. इस रोग की उत्पतिकारक बालूमक्खी के लार्वा को खत्म करने के लिए कार्य योजना बनायी गयी है. कार्य योजना के मुताबिक जिले के वैसे इलाके जहां पूर्व में कालाजार के रोगी प्रतिवेदित हुए हैं, वैसे इलाके में दवा का स्प्रे कराया जायेगा. संबंधित इलाकों में दवा छिड़काव कराने के लिए जिला मलेरिया विभाग की ओर से सारी तैयारी पूरी कर ली गयी. सरकार की योजना है कि चिह्नित मरीजों को समय पर इलाज कर रोग मुक्त बनाने की.
बना माइक्रोप्लान
जिले के कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में दवा स्प्रे कराने के लिए जिला मलेरिया विभाग की ओर से माइक्रोप्लान बनाया गया है. माइक्रोप्लान बनाकर राज्य मलेरिया विभाग के पास भेजा गया था. राज्य मलेरिया विभाग से माइक्रोप्लान पर मुहर लग गयी है. अब इसी प्लान के तहत चयनित इलाकों में छिड़काव कराया जायेगा.
दवा का स्प्रे 21 अगस्त से 14 प्रखंडों में
कालाजार की उत्पतिकारक बालूमक्खी को मारने के लिए माइक्रोप्लान के तहत 21 अगस्त से एसपी नामक दवा का स्प्रे जिले में किया जायेगा. यह कार्य अगले दो माह तक चलता रहेगा. सार्वजनिक अवकाश को छोड़कर शेष दिनों छिड़काव कार्य होगा. दवा का छिड़काव के लिए जिले के 14 प्रखंडों का चयन किया गया है. चयनित प्रखंडों के चिह्नित गांवों में छिड़काव दल के सदस्य दवा का स्प्रे करेंगे. गुणवत्ता पूर्ण रूप से दवा का स्प्रे हो इसके लिए जिलास्तरीय पदाधिकारी इस पर निगरानी रखेंगे.
छिड़काव दल का गठन
इस कार्य को सफलीभूत बनाने के लिए जिला मलेरिया विभाग की ओर से छिड़काव दलों का गठन किया गया है. साथ ही इस दल में शामिल होने वाले सदस्यों को विभाग की ओर से प्रशिक्षण दिया गया है. ताकि प्रशिक्षित कर्मी दवा का स्प्रे सही तरीके से आवंटित क्षेत्रों में कर सकेंगे. जिला मलेरिया विभाग की ओर से छिड़काव दल के सदस्यों को स्थलीय ट्रेनिंग भी दी गयी है. सदस्यों के अलावा विभागीय कर्मियों को भी इस संबंध में प्रशिक्षित किया गया है.सदस्यों को दवा के घोल तैयार करने से लेकर घरों में किस तरह से छिड़काव करने के तरीके बताये गये हैं. साथ ही छिड़काव के वक्त एहतियात बरतने आदि के बारे में भी विभागीय अधिकारियों ने संबंधित छिड़काव दल के सदस्यों को दी है. माइक्रोप्लान के तहत जिले के गांवों की सूची भी बनायी गयी है. जिला मलेरिया विभाग के अधिकारी इसके लिए जिले के पीएचसी प्रभारियों से गांवों की सूची मांगी थी. इसका मापदंड बनाया गया था कि जहां पर पिछले तीन साल के दौरान कालाजार के मरीज प्रतिवेदित हुए है. वैसे गांवों को चयनित कर सूची उपलब्ध करायी जाये. प्रखंडों से उपलब्ध सूची को भी राज्य मलेरिया विभाग को भेजी गयी थी. वहां से इसकी मंजूरी अब मिल गयी है. कुल 46 गांवों की सूची बनायी गयी है. अब संबंधित गांवों में दवा का छिड़काव किया जायेगा. कर्मी माइक्रोप्लान के तहत ही दवा छिड़काव करने के लिए आवंटित गांवों के घरों में कर्मी दस्तक देंगे. साथ ही इस कार्य की निगरानी की जायेगी. निगरानी के लिए अधिकारियों की टीम बनायी जायेगी.
जिले में हैं कालाजार के 14 मरीज
नालंदा जिले में अभी कालाजार के 14 मरीज हैं. इन मरीजों की चिकित्सा जिला मलेरिया विभाग की ओर से की जा चुकी है. गत साल की अपेक्षा इस बार इसके मरीज कम मिले हैं. जिला मलेरिया विभाग के अधिकारी व कर्मी इस रोग पर काबू पाने के लिए हमेशा सजग हैं. चिह्नित होने वाले रोगियों को एमबीसोम नामक इंजेक्शन से इलाज किया जाता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
21 अगस्त से दवा स्प्रे जिले के 14 प्रखंडों में किया जायेगा. जिले के चयनित प्रखंडों के चिह्नित गांवों में छिड़काव करीब दो माह तक चलेगा. छिड़काव को ले माइक्रोप्लान बनाया गया है. छिड़काव दल के सदस्य चयनित गांवों के हरेक घर में जायेंगे और दवा का स्प्रे करेंगे.
डॉ रवींद्र कुमार,डीएमओ,नालंदा
इन प्रखंडों के गांवों में होगा दवा का स्प्रे
प्रखंड का नाम गांवों के नाम
सिलाव माहुरी व भगवानपुर
गिरियक रैतर
एकंगरसराय अतरामचक,महमदपुर व एकंगरसराय
हिलसा योगीपुर,महमदपुर,राहुलनगर

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