ज्योतिष बता रहे योग में खरीदारी करना शुभ
मुजफ्फरपुर : स्वयंसिद्ध मुहूर्त कही जाने वाली अक्षय तृतीया इस बार 28 अप्रैल को मनाई जाएगी. करीब 500 सालों बाद सौभाग्य योग व छत्र योग का संयोग बन रहा है. अक्षय तृतीया पर स्नान, दान और मांगलिक कार्यों का फल कई गुना अधिक शुभ फलदायी माना जा रहा है. इस बार शुक्र गोचर में उच्च का है जो स्पष्ट संकेत दे रहा है कि इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य अक्षय प्रदान करेगा. इस दिन कृतिका नक्षत्र है जो कि सूर्य प्रधान है. वर्तमान गोचर में लग्न में सूर्य उच्च का होकर बुध की युति में व्याप्त है. यह तिथि अत्यंत शुभदायी है. कहा जाता है कि जो कभी क्षय नहीं होती उसे अक्षय कहते हैं. भविष्य पुराण में लिखा है कि इस दिन से ही सतयुग का प्रारंभ हुआ था. नर-नारायण, परशुराम का अवतरण भी इसी तिथि को हुआ था.
बिना मुहूर्त देखे खरीददारी शुभ
ऐसी मान्यता है कि इस दिन बिना कोई पंचांग देखे कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह-प्रवेश, वस्त्र-आभूषणों की खरीदारी या घर, भूखंड, वाहन आदि की खरीदारी से संबंधित कार्य किए जा सकते हैं. नये वस्त्र, आभूषण आदि धारण करने व नई संस्था, समाज आदि की स्थापना या उद्घाटन का कार्य श्रेष्ठ माना जाता है.
पूजा का शुभ मुहूर्त
28 अप्रैल को दोपहर 1.38 बजे के बाद अक्षय तृतीया तिथि शुरू होगी. चूंकि शास्त्रों में अक्षय तृतीया को अपराह्न व्यापिनी तिथि माना गया है. पूजा का शुभ मुहूर्त प्रातः 6.35 से 8.35 तक, दोपहर में 1 से 3.12 बजे तक व सायंकाल 5 से 8 बजे के बीच है. ज्योतिषाचार्य पं.विमल कुमार लाभ कहते हैं कि मुहूर्त के अनुसार पूजा करने से लाभ होता है.
राशि के अनुसार खरीदारी करना शुभ
मेष – मसूर दाल
वृषभ – चावल, बाजारा
कर्क – दूध, चावल
सिंह – लाल फल, तांबा
कन्या – मूंग दाल
तुला – शक्कर, चावल
वृश्चिक – जल, गुड़
धनु – केला, पीला चावल
मकर – काली दाल, उड़द, दही
कुंभ – काला तिल, वस्त्र, मनी – हल्दी, चना दाल