मुजफ्फरपुर : साहेबगंज के स्वर्ण व्यवसायी अच्छेलाल साह से एक करोड़ रुपये रंगदारी मांगने की साजिश खुदीराम बोस केंद्रीयकारा से रची गयी थी. इसका मास्टर माइंड जेल में बंद भरत सहनी था.
यह खुलासा शुक्रवार को गिरफ्तार धर्मदेव सहनी ने किया है. पुलिस अब उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. वहीं, राजकुमार राय को भी रिमांड लिया जायेगा.
धर्मदेव ने पुलिस को दिये बयान में कहा है कि 2007 में रंगदारी के मामले में गिरफ्तारी के बाद वह मोतिहारी जेल भेजा गया था. जेल में उसकी मुलाकात भरत सहनी से हुई. दोनों में दोस्ती बढ़ी. इसी बीच 2009 में मोतीपुर के डॉक्टर सुधीर कुमार व डॉ किरण कुमारी के पुत्र ऋतिक राज का अपहरण हुआ. उस मामले में संलिप्तता के बाद दोनों को उसी साल रिमांड पर लेकर मुजफ्फरपुर जेल लाया गया. ऋतिक को दिल्ली व हरियाणा के बॉर्डर स्थित यमुना नगर से बरामद किया गया था.
भरत के कहने पर मांगी रंगदारी
2011 में धर्मदेव को जमानत मिल गयी, पर भरत अभी भी जेल में है. रिहाई के बाद धर्मदेव भरत से मिलने जेल भी आता था. भरत के कहने पर उसने अच्छेलाल साह से रंगदारी की मांग की. धर्मदेव ने केसरिया के व्यवसायी संजय सिंह से भी पांच लाख की रंगदारी मांगी थी.
धर्मदेव ने स्वीकार किया कि राजकुमार के साथ वह अच्छेलाल साह के घर पर जाकर बम विस्फोट किया. इसमें दो पुलिस कर्मी घायल हुए थे.
राजकुमार लूट, चोरी, आर्म्स एक्ट के कई मामलों में पहले भी जेल जा चुका है. वह साहेबगंज थाना में रंगदारी, बम विस्फोट के तीन मामलों व केसरिया में रंगदारी के मामले में फरार चल रहा था. वह सिम बदल कर रंगदारी मांग रहा था. गिरफ्तारी के समय पिस्तौल व कारतूस के साथ अलग-अलग कंपनियों के दस सिम भी उसके पास से बरामद हुए थे.
उमा मार्केट में मोबाइल दुकान के मालिक से रंगदारी मामले में धर्मदेव सहनी व राजकुमार राय का नाम सामने आया था. पुलिस इस मामले में भी उससे पूछताछ कर सकती है.
दुष्कर्म के प्रयास में धराया था राजकुमार
धर्मदेव सहनी को राजकुमार की चरित्रहीनता ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. गुरुवार को राजकुमार केसरिया के ताजपुर परखौलिया में एक शादी समारोह में हिस्सा लेने गया था. इस दौरान उसने एक घर में घुस कर युवती के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने लगा.
युवती के भाई व अन्य लोगों ने मौके पर पहुंच उसे धर-दबोचा. लोगों ने उसकी जम कर पिटाई की व बाद में केसरिया पुलिस के हवाले कर दिया. राजकुमार के बताये ठिकानों पर छापेमारी के दौरान पुलिस ने धर्मदेव को भी गिरफ्तार कर लिया.