सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं, कहने को है ‘ए’ श्रेणी का जंकशन
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एक-दो नहीं, जंकशन पर आने-जाने के हैं कई रास्ते
सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं, कहने को है ‘ए’ श्रेणी का जंकशन मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर जंकशन सोनपुर मंडल का सबसे अधिक आमदनी देने वाला जंकशन है. रेलवे से इसे ‘ए’ श्रेणी जंकशन का दर्जा प्राप्त है. एक फरवरी को संसद में पेश हुए केंद्रीय बजट में इसे वर्ल्ड क्लास का जंकशन बनाने की […]
मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर जंकशन सोनपुर मंडल का सबसे अधिक आमदनी देने वाला जंकशन है. रेलवे से इसे ‘ए’ श्रेणी जंकशन का दर्जा प्राप्त है. एक
फरवरी को संसद में पेश हुए केंद्रीय बजट में इसे वर्ल्ड क्लास का जंकशन बनाने की घोषणा हुई है, लेकिन
वर्तमान में यहां जो व्यवस्था है, इसे देखने से ऐसा लगता है कि वर्ल्ड क्लास का जंकशन बनने में दो-तीन साल नहीं, दशक भी लग सकता है.
सबसे ज्यादा खराब स्थित
सुरक्षा-व्यवस्था की है. सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है. रेलवे के फाइल में जंकशन पर प्रवेश व निकास के तीन द्वार हैं, लेकिन सुरक्षा-व्यवस्था इतनी खराब है कि आने-जाने के अनगिनत रास्ते बन गये हैं. ऐसे में नेपाल से सटे होने के कारण जंकशन पर कभी भी कोई बड़ी घटना-दुर्घटना हो सकती है.
शो-पीस बन कर रह गया है सीसीटीवी कैमरा
जंकशन पर पहले से प्लेटफॉर्म एक, पूछताछ काउंटर के अलावा कुछ जगह पर सीसीटीवी कैमरा लगा था. इसके अलावा यूटीएस एवं पीआरएस काउंटर पर सीसीटीवी लगा है, लेकिन इन दिनों हाइ डेफिनेशन कैमरा लगाने के चक्कर में पहले से लगाये गये कैमरे शो-पीस बन कर रह गये हैं. पीआरएस व यूटीएस काउंटर पर लगे कैमरे कभी-कभार चलते हैं. बाकी कैमरे ऐसे ही पड़े हैं. आरपीएफ पोस्ट में सीसीटीवी कैमरा का कंट्रोल रूम बनाया गया था, लेकिन अब यह बंद है. अब यह आरपीएफ का स्टोर बन गया है.
अमरजीत कुमार : वर्ल्ड क्लास का जंकशन बनाने की घोषणा से हमलोग खुश हैं. इससे पता चलता है कि केंद्र सरकार की नजर में मुजफ्फरपुर जंकशन है, लेकिन स्थानीय स्तर पर जो अधिकारी हैं, इनकी नजर में मुजफ्फरपुर का कोई स्थान नहीं है. यही कारण है कि यहां कुछ भी व्यवस्थित नहीं है.
शत्रुघ्न प्रसाद : रेल से यात्रा का मतलब है सुरक्षित यात्रा. दक्षिण भारत में इस तरह की व्यवस्था है, लेकिन मुजफ्फरपुर जंकशन पर या फिर यहां से गुजरने वाली ट्रेनों में इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है. सबसे पहले सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर ठोस कदम उठाने चाहिए.
नहीं चालू हो सकी वाटर वेंडिंग मशीन
आरओ सिस्टम से लैस वाटर वेंडिंग मशीन यात्री सुविधा के लिए जंकशन के प्लेटफॉर्म पर लगायी गयी. मशीन को आये एक माह से अधिक समय हो गया है, लेकिन अबतक यह चालू नहीं हुई है. प्लेटफॉर्म पर यूं ही मशीन रखी है. यात्री मशीन देख कर पानी लेने के लिए पहुंचते है, लेकिन चालू नहीं होने के कारण उन्हें बैरंग लौट जाना पड़ता है. इससे उन्हें काफी परेशानी होती है.
अश्वनी रविशंकर : मुजफ्फरपुर जंकशन का बाउंड्री वॉल जगह-जगह टूटा है. जिसे जिधर से मन होता है, प्रवेश कर जाता है. इस पर सबसे पहले रोक लगनी चाहिए. अगर ऐसा होता है, तो स्वत: सुरक्षा व्यवस्था पहले से बेहतर हो जायेगी. रेलवे को इस ओर पहल करना चाहिए.
सुनील कुमार गुप्ता : जंकशन के प्लेटफॉर्म पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के साथ सर्कुलेटिंग एरिया में भी कैमरा लगना चाहिए. इससे बाहरी परिसर में जो आपराधिक घटनाएं होती हैं, उस पर लगाम लगेगा. वर्ल्ड क्लास का सपना तब साकार होगा, जब जंकशन पूरी तरह से सुरक्षित होगा.
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