मुजफ्फरपुर: प्रमंडल के जिले में 25 हजार डुप्लीकेट जॉब कार्ड के आधार के पर मनरेगा मजदूरी उठाव करने का मामला पकड़ में आया है. मनरेगा आयुक्त मिहिर कुमार सिंह ने सभी डीएम को डुप्लीकेट कार्ड का सत्यापन कराने का निर्देश दिया है. जिले में डुप्लीकेट जॉब कार्ड की संख्या 7559 बतायी गयी है. जिले में जॉब कार्ड की संख्या छह लाख के करीब है. फर्जी जॉब कार्ड बनाने में प्रमंडल में शिवहर सबसे आगे है.
सबसे छोटा जिला होने के बावजूद शिवहर में 8649 जॉब कार्ड डुप्लीकेट पाये गये हैं. इसके अलावा पश्चिम चंपारण में 3620, सीतामढ़ी में 3788, शिवहर में 8649, वैशाली में 3149 कार्ड डुप्लीकेट हैं.
एक महीने के अंदर जॉब कार्ड का भौतिक सत्यापन कर एमआइएस अपडेट करने को कहा गया है. बताया गया हैं कि सभी कार्ड में परिवार के मुखिया का नाम एक समान है, लेकिन जॉब कार्ड की संख्या अलग-अलग है. इससे स्पष्ट है कि जॉब कार्ड बनाने में फर्जीवाड़ा किया गया है. इन जॉब कार्ड पर मजदूरी भुगतान होना सरकारी राशि का दुरुपयोग है. इस मामले में संबंधित अधिकारी पर भी कार्रवाई करने को कहा गया है. उल्लेखनीय है कि हाल में पटना ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक में राज्य में 511329 जॉब कार्ड डुप्लीकेट पाये गये. इसका अब तक सत्यापन नहीं किया गया है. आयुक्त ने कहा है कि बार-बार निर्देश के बावजूद जॉब कार्ड की जांच में शिथिलता बरती गयी है.