मुजफ्फरपुर : नोटों की कमी के कारण ग्राहकों को बैंक शाखाओं में भी लिमिट के अनुसार 24 हजार रुपये नहीं मिल रहे है. प्रत्येक ग्राहक को एक सप्ताह में शाखा से अधिकतम 24 हजार रुपये निकासी की सीमा तय की गई है. यह रकम वह किस्तों में या एक बार में भी निकाल सकते है. लेकिन शाखाओं में पैसों की कमी के कारण उन्हें तय लिमिट के अनुसार एक बार में यह रकम नहीं मिल रही है.
शुक्रवार को शहर की करीब तीन दर्जन से अधिक शाखाओं में इस परेशानियों से ग्राहकों को जूझना पड़ा. जिन ग्राहकों को 24 हजार रुपये की जरूरत थी, उन्हें 10 से 15 हजार रुपये ही दिये गये. सभी बैंकों की मुख्य शाखाओं को छोड़ दो चार शाखाओं में ही स्थिति सामान्य थी. दोपहर बाद शाखाओं में कैश पहुंचा तो ग्राहकों को थोड़ी राहत मिली.
कैश की कमी से थोड़ी परेशानी :
बैंक प्रबंधनों की माने तो अभी एक सप्ताह तक सैलरी व पेंशन की राशि निकालने वालों की भीड़ उमड़ती रहेगी. इसमें से अधिकांश लोग 24 हजार रुपये की निकासी करने आ रहे है. जरूरत के हिसाब से कैश की उपलब्धता नहीं हो पाने के कारण थोड़ी परेशानी हो रही है. चूंकि ग्रामीण क्षेत्र में कैश की कमी के कारण वहां की भीड़ भी शहर की शाखाओं में उमड़ रही है. ऐसे में शाखा में आने वाले सभी ग्राहकों को जरूरत के हिसाब से कुछ ना कुछ कैश उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है. अधिकतर एटीएम में 100 का नोट नहीं : जिले में विभिन्न बैंकों को मिलाकर 396 एटीएम हैं, इसमें अब तक सही ढंग से 130 एटीएम ही चालू हो पाये है. इसमें सर्वाधिक 80-90 एटीएम एसबीआइ के है. इसके अलावा पीएनबी, सेंट्रल बैंक, यूको बैंक, एचडीएफसी, आइसीआइसीआइ व एक्सिस बैंक के ही कुछ एटीएम चालू है. लेकिन इसमें से अधिकांश एटीएम में 100 का नोट नहीं है. एसबीआइ के कुछ एटीएम से 100 के नोट निकल रहे है. ऐसे में लोग एटीएम से लिमिट के अनुसार 2500 रुपये की निकासी नहीं कर पा रहे है. 100 का नोट एटीएम में नहीं होने के कारण उन्हें 2000 रुपये का नोट मिलता है.
निकाले रुपये का नहीं हो रहा रोटेशन : बैंक सूत्रों की माने तो नोटबंदी के बाद जिले में करीब 500 करोड़ रुपये की निकासी 100, 50, 20, 10 रुपये में बैंक व एटीएम से की है. लेकिन इन रुपयों का रोटेशन नहीं हो पाने के कारण बाजार में लोगों को परेशानी हो रही है. नोटबंदी के बाद शुरुआत के प्रथम सप्ताह में करीब 350 करोड़ रुपये की लोगों ने एक्सचेंज के माध्यम से व एकाउंट से निकासी की. इसके बाद करीब करीब डेढ़ सौ करोड़ की निकासी की गई. लेकिन इन पैसों का रोटेशन नहीं हो पाने के कारण परेशानी हो रही है. सौ के नोट की कमी है, इसलिए परेशानी और बढ़ जाती है.
शाखाओं में कैश की कमी के कारण ग्राहकों को हो रही परेशानी
एटीएम के लिए रोज चाहिए 15 करोड़ करेंसी
शहर के सभी एटीएम को सही से चालू करना है तो जिले के विभिन्न बैंकों को कुल मिलाकर 15 करोड़ रुपये के करेंसी नोट चाहिए. लेकिन एटीएम में डालने के लिए मुश्किल से 2 से 4 करोड़ के ही करेंसी नोट बैंक को उपलब्ध हो पा रहे है. वहीं वर्तमान में जिले के सभी बैंक की शाखाओं को मिलाकर ग्राहकों की निकासी के लिए प्रत्येक दिन 50 से 60 करोड़ रुपये चाहिए. लेकिन अभी मुश्किल से 20-25 करोड़ रुपये ही उपलब्ध हो पा रहे है. यही कारण है कि ग्रामीण शाखाओं में पर्याप्त मात्रा में कैश उपलब्ध नहीं हो पा रहा है और वहां ग्राहकों को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
कैश की कमी के कारण शनिवार को प्रथम पाली में कुछ शाखाओं को कैश उपलब्ध नहीं हो सका. लेकिन दोपहर बाद सभी शाखाओं को कैश उपलब्ध कराया गया. वहीं शहर के सभी एटीएम में कैश लोडिंग की गयी. सोमवार से स्थिति सामान्य हो जायेगी.
सीपी श्रीवास्तव, एजीएम, एसबीआइ रेडक्रॉस