बच्चों का उत्साह कहीं गुम हो गया है. चेहरे पर उदासी व मन में डर ने जगह बना ली है. कैंपस के सन्नाटे को रह-रहकर स्कूल की घंटी चीरती रही. छात्र की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद जिस तरह पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है, हर कोई सहमा नजर आ रहा है. शिक्षक-कर्मचारी तो आनेवाले खतरे को भांपकर डरे हुए हैं हीं, बच्चों पर भी इसका असर पड़ने लगा है.
एक शिक्षक ने स्वीकार भी किया. वैसे तो घटना की जानकारी अधिकतर बच्चों को पहले ही हो गयी थी, जब सितंबर में विद्यालय प्रबंधन ने कार्रवाई की. हालांकि इसके बाद भी माहौल ठीक-ठाक रहा. इस बीच वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा तो विद्यालय के माहौल पर भी असर पड़ा. क्लास रूम के बगल से गुजरने पर भी यह अंदाजा लगा पाना अब मुश्किल हो जा रहा है कि अंदर पढ़ाई हो रही है अथवा नहीं. बाहर बच्चों की भीड़ दिखी भी तो गुमशुम. न कोई मस्ती, न हुड़दंग. ग्राउंड में बैठे कुछ छात्रों से बात करने की कोशिश की, तो वे कुछ भी बोलने से बचते रहे. छात्र अनिमेष व पीयूष का कहना था कि इस बारे में कुछ भी प्रिंसिपल सर ही बतायेंगे. हमें कुछ नहीं पता.