प्राथमिकी के अनुसार, छह जुलाई बुधवार की रात करीब 8 बजे के लगभग गांव के राजू यादव, पवन यादव, संजीवन यादव, राजन यादव, लाला यादव गीता देवी के घर पर पहुंच बाहर बुलाया. जब महिला घर के बाहर निकली तो ये लाेग जबरन उसका मुंह बंद कर खेत की ओर ले जाने लगे. उसी दौरान महिला की सास घर से बाहर निकली तो देखी कि कुछ लोग उसके पतोहू को खेत की ओर जबरन ले जा रहे हैं. उसने पहचान के आधार पर राजू यादव के घर पर शिकायत की तो राजू यादव का पिता महेश्वर यादव इन लोगों को गाली-गलौज कर भगा दिया. कहा कि सुबह तक तुम्हारी बहू काम से गयी है. सात जुलाई को भी जब उसकी बहू नहीं लौटी तो दुबारा उसके घर गई तो उसने धमकी दिया. ज्यादा हल्ला करेगी तो तुम्हारी हत्या कर देंगे. जाओ चुपचाप रहो. तुम्हारी बहू जल्दी आ जायेगी.
लाश को नजदीक से देखने वाली प्रत्यक्षदर्शी महिलाओं के अनुसार, कई लोगों ने दुष्कर्म किया गया था. शव क्षत- विक्षत स्थिति में थी. लाश बरामदगी स्थल महिला के संघर्ष की कहानी को बता रहा था. अपनी इज्जत बचाने के लिए काफी देर तक आरोपितों का मुकाबला करती रही. कई आरोपितों के आगे वह जिंदगी को हार गई. पुलिस ने घटनास्थल से गमछा व एक चप्पल भी बरामद किया है.
ग्रामीणों का आरोप कि वह चप्पल राजू यादव का था. थानाध्यक्ष राम बालक यादव ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर छापेमारी की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट हो जायेगी.