मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच में बेहोशी के हालत में भरती दरभंगा की युवती के गायब होने के बाद उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. अस्पताल प्रशासन ने मामले को पुलिस केस बताकर पल्ला झाड़ लिया है. अस्पताल में भरती मरीज के कुछ परिजनों का कहना था कि युवती को उसके परिजन ले गये हैं, लेकिन इसका कोई प्रमाण नहीं था. पुलिस व अस्पताल प्रशासन इमरजेंसी में भरती मरीज के परिजनों से पूछताछ कर रही है कि उसे ले जाने वाले लोग कौन थे. मरीज के परिजनों ने कहा कि युवती को ले जाने वाले खुद को उसका परिजन बता रहे थे.
युवती ने पहले तो जाने से इनकार किया, लेकिन डरी-सहमी हालत में वह उनके साथ चली गयी. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सुनील कुमार शाही ने बताया कि युवती को बेहोशी के हालत में भरती किया गया था. चिकित्सक ने पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस केस होने के बाद सारी जिम्मेवारी स्थानीय पुलिस प्रशासन की होती है.
मालूम हो कि अस्पताल में सुरक्षा के लिए स्पाइडर सुरक्षा एनजीओ के गार्ड की तैनाती की गयी है. जो 24 घंटे अस्पताल की सुरक्षा में रहते हैं. सुरक्षाकर्मी ने बताया कि उनका काम केवल अस्पताल में हंगामा को शांत कराना व चिकित्सकों को सुरक्षा प्रदान करना है.