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सरकारी स्कूलों में चलेगी स्पेशल क्लास

मुजफ्फरपुर : सरकारी स्कूलों में बच्चों को नए अंदाज में किताबी जानकारियों के साथ ही सामाजिक सरोकारों का भी पाठ पढ़ाया जाएगा. इसके लिए अलग-अलग विषयों के एक्सपर्ट वालंटियर टीचर रखे जाएंगे. स्कूलों के मूल शिक्षक अपनी ड्यूटी पूर्ववत करते रहेंगे, जबकि वालंटियर टीचर के लिए सप्ताह में एक दिन अलग से निर्धारित किया जाएगा. […]

मुजफ्फरपुर : सरकारी स्कूलों में बच्चों को नए अंदाज में किताबी जानकारियों के साथ ही सामाजिक सरोकारों का भी पाठ पढ़ाया जाएगा. इसके लिए अलग-अलग विषयों के एक्सपर्ट वालंटियर टीचर रखे जाएंगे. स्कूलों के मूल शिक्षक अपनी ड्यूटी पूर्ववत करते रहेंगे, जबकि वालंटियर टीचर के लिए सप्ताह में एक दिन अलग से निर्धारित किया जाएगा. वे बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार सही मार्गदर्शन कर सफलता हासिल करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करेंगे.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने प्राथमिक व मिडिल स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को का स्कील विकसित करने के लिए ‘विद्यांजलि’ स्कूल वालंटियर प्रोग्राम शुरू किया है. पहले चरण में 19 राज्यों के 2000 स्कूल चयनित किए गए हैं, जिसमें बिहार के हिस्से में भी 100 स्कूल मिले हैं. मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी कर दिया है, जिसके आधार पर जिलेवार कोटा जल्द ही निर्धारित कर दिया जाएगा. हालांकि विभागीय स्तर पर इसकी तैयारी शुरू हो गयी है. डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान नीता कुमारी पांडेय ने बताया कि राज्य मुख्यालय से जिले के लिए पहले चरण में स्कूलों का कोटा मिलते ही चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
स्कूल वालंटियर प्रोग्राम के तहत बिहार में जिलेवार कोटा तय नहीं हो सका है, लेकिन विभागीय लोगों को संभावना है कि जिले को 10 से 12 स्कूल मिल सकते हैं. मुख्यालय से स्कूलों के लिए जो मानक तय किए गए हैं उसके आधार पर स्कूलों का चयन भी किया जा रहा है, ताकि निर्देश मिलते ही प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. दिसंबर 2016 तक प्रक्रिया पूरी करने की योजना है.
बच्चे जानेंगे पढ़ने का तरीका
वालंटियर टीचर के चयन में शैक्षणिक योग्यता से अधिक उनके अनुभव व अन्य चीजों को आधार बनाया गया है. यानि बच्चों को वे स्पेशल क्लास में हर काम को बेहतर तरीके से करने की सीख देंगे. अगर कोई विषयों की जानकारी भी परंपरागत तरीके से हटकर अलग अंदाज में दे सकता है, तो उसको भी बच्चों को बताएंगे. बच्चों को पढ़ने, लिखने व सीखने के योग्य बनाना है. कला, संस्कृति, संगीत, नृत्य व नाटक के लिए बच्चों की रुचि के अनुसार तैयार किया जाना है.
रिटायर्ड प्रोफेशनल्स व आॅफीसियल्स कर सकेंगे आवेदन
स्कूल वालंटियर प्रोग्रॉम के लिए रिटायर्ड प्रोफेशनल्स, गवर्मेंट ऑफीसियल, पूर्व सैनिक या वर्किंग ऑफीसियल भी अावेदन कर सकते हैं. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने MyGov.in वेब पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन किया जाना है. वैसे तो शैक्षणिक योग्यता स्नातक ही रखी गयी है लेकिन वालंटियर का चयन पेशेंस, इंपैथी व उनके लाइफ एक्सपीरिएंस के आधार पर किया जाएगा.

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