मीनापुर: पेरिस में प्राकृतिक खेती पर अध्ययन कर रही फ्रांस देश से वलेरी लियोनार्ड मीनापुर के दौरे पर पहुंची हैं. वह तीन दिनों तक यहां के गांवो में ही अपना समय व्यतीत करेगी. किंतु मीनापुर आने पर गंवई अंदाज रास आने लगी. मुस्तफागंज बाजार पर पहुंचते ही उसका स्वागत भगवान की तरह किया गया. पारंपरिक तरीके से उसकी आरती उतारी गयी. उसको टीका लगाया गया. फिर फूल मालाओं से लाद दिया गया. स्कूली बच्चे प्रियंका, रजनी, बेबी, निभा, निशा, मुस्कान, ममता, मनीषा विदेशी मैम की स्वागत के लिए सुबह से ही पलके बिछाये हुई थी. बिहारी ठाकुर किसान क्लब के मुख्य सचेतक मनोज कुमार के नेतृत्व में किसानों ने फ्रांसीसी महिला वलेरी
लियोनार्ड की आगवानी की. वलेरी अपने खास मिशन पर बिहार आयी हैं. वलेरी के पिता हर्मन लियोनार्ड 1948 में बिहार आये थे. वह विश्वस्तरीय फोटोग्राफर थे. वह अमेरिका के मूल निवासी थे. किंतु शादी फ्रांस में हुई थी.
वह बिहार आकर किसान व मजदूरों की समस्या को देखा था. किताबें भी लिखी थी. उन्होंने उस वक्त किसान व मजदूरों को समस्याओं का उल्लेख किया था. अब बिहार में नया क्या है? किसान व मजदूरों के सामाजिक व आर्थिक स्थिति में क्या बदलाव हुए हैं. इसको लेकर वलेरी बिहार के दौरे पर आयी हैं. वह पिता के दस्तावेज को साथ लायी हैं. वह तब और अब की परिस्थिति में तुलनात्मक अंतर को देखना चाहती हैं. इसको लेकर वह तीन दिन मीनापुर में ही रहेंगी. किसानों के खेतों में जायेंगी. हाट बाजारों का अध्ययन करेंगी. वलेरी लियोनार्ड ने मुस्तफागंज के मनोज की जैविक खेती का अध्ययन किया. वर्मी कंपोस्ट बनाने के तरीके भी देखे. वह बिहारी ठाकुर किसान क्लब के मुख्य सचेतक मनोज कुमार के घर पर है. उनको गंवई आबोहवा रास आने लगी है.
वह बड़ों लोगों को नमस्ते, छात्राओं को हाय बेबी बोल रही थीं. मौके पर विंदा प्रसाद, उपेंद्र प्रसाद, छट्ठू भगत, दिनेश प्रसाद आदि उपस्थित थे.