मुजफ्फरपुर: जमीन रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा कर क्रेता-विक्रेता के साथ धोखाधड़ी करने वाले दस्तावेज नवीस (कातिबों) के लिए बुरी खबर है. निबंधन आइजी के निर्देश के बाद विभाग ऐसे दस्तावेज नवीसों के खिलाफ सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. इसके कारण जनवरी में होने वाले कातिबों के लाइसेंस नवीनीकरण पर संकट है.
जिला अवर निबंधक ने नये वर्ष में वैसे ही दस्तावेज नवीसों के लाइसेंस को रिन्यूअल करने का फैसला लिया है, जिनका आचरण पुलिस रिकॉर्ड में बेहतर होगा. विभाग ने जिला एवं मुफस्सिल निबंधन कार्यालयों में काम करने वाले कातिबों से छह माह के भीतर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से बनाये गये आचरण प्रमाण पत्र को बैंक चालान के साथ जमा करने का निर्देश दिया है. विभाग के इस फैसले से 40 फीसदी कातिब नाखुश हैं. जबकि 60 फीसदी कातिब विभाग के फैसले के पक्ष में है. नाखुश कातिबों में फैसले से नाराजगी है.
जिले में है 442 लाइसेंसी कातिब
जिला निबंधन ऑफिस समेत जिले के चारों मुफस्सिल ऑफिस (पारू, कटरा, सकरा व मोतीपुर) में कुल 442 लाइसेंसी दस्तावेज नवीस है. इसमें 74 प्रशिक्षु है. सबसे ज्यादा दो सौ पुराने व 59 प्रशिक्षु कातिब जिला निबंधन ऑफिस में है. वहीं पारू मुफस्सिल ऑफिस में 86, सकरा में 28, मोतीपुर में 40 व कटरा ऑफिस में 29 लाइसेंसी दस्तावेज नवीस है. इसमें से एक माह के भीतर दर्जन भर कातिबों के खिलाफ नगर थाने में जमीन रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा करने व मारपीट का एफआइआर दर्ज है. जबकि, कई कातिबों के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में फर्जीवाड़ा से लेकर मारपीट, हत्या व धमकी देने तक की एफआइआर दर्ज है.
आवेदन की अंतिम तिथि आज
कातिबों के लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर निर्धारित है. सोमवार तक काफी कम संख्या में लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदन आया था. इसके कारण तिथि दस जनवरी तक बढ़ने की उम्मीदें है.
जिनका आचरण पुलिस रिकॉर्ड में ठीक होगा. उन दस्तावेज नवीसों के लाइसेंस का ही नवीनीकरण किया जायेगा. इसके लिए नोटिस निकाल एसएसपी ऑफिस से छह माह के भीतर निर्गत आचरण प्रमाण पत्र को जमा करने का आदेश दिया गया है.
निलेश कुमार
जिला अवर निबंधक, मुजफ्फरपुर