मुजफ्फरपुर : पांच दिन पूर्व लापता एक महिला, जिसकी हत्या कर शव गायब कर देने की प्राथमिकी दर्ज है, उसे पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कराने वाली उसकी मां को जीवित सौंप दिया है. पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर उसे माता पिता को सौंप दिया है. गुरुवार को वह थाने में पहुंच कर अपने जिंदा होने के दावे के साथ ही पति से प्रताड़ित हाेने की शिकायत की थी . उसे जिंदा देख पुलिस थाना में हड़कंप मच गया. सकरा व बरियारपुर पुलिस ने वरीय अधिकारियों के निर्देश पर न्यायालय में उसका बयान कराया था. न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने उसे माता-पिता के हवाले कर दिया है.
मां ने दर्ज करायी करायी थी दहेज हत्या की प्राथमिकी
छपड़ा की शीतलपुर निवासी सरोज देवी ने 28 फरवरी को सकरा थाना में अपनी बेटी माधुरी की दहेज के लिए हत्या कर शव को गायब कर देने की लिखित शिकायत की थी. पुलिस ने सरोज के शिकायत पर माधुरी के पति सकरा थाना के वाजीबंजरिया निवासी विपिन गोस्वामी,ससुर परमानंद गोस्वामी सहित परिवार के अन्य लोगों पर दहेज हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी थी. सरोज देवी ने पुलिस को दिये शिकायती पत्र में कहा था कि उसने अपनी बेटी माधुरी की शादी एक वर्ष पूर्व 2015 में किया था. शादी के बाद 17 जूलाई 2015 को उसे शीतलपुर लाया था.
सात माह बाद 19 फरवरी 2015 को उसके पति विपिन व ससुर परमानंद शीतलपुर आकर उसे अपने घर बाजी बंजरिया ले गये. इसके ठीक चार दिन बाद विपिन और उसके परिवार के लोगों ने माधुरी को बुरी तरह से मारा-पिटा और फोन कर उसे ले जाने को कहा. बाजीबंजरिया पहुंचने पर माधुरी और उसका चार माह का पुत्र नहीं मिला. उसने माधुरी के पति विपिन,ससुर परमानंद गोस्वामी पर बेटी की हत्या कर शव काे गायब करने का आरोप लगाया था .
चार दिन बाद वापस पहुंची माधुरी
पुलिस माधुरी के हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसके पति विपिन सहित ससुराल वालों के गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयासरत थी. पुलिस के दबाब से घबराये विपिन गोस्वामी अपने परिवार के लाेगों को लेकर इधर-उधर भटकते हुए ऐसी गलती नहीं किये जाने की दुहाई दे रहा था.
इसी उहापोह में चार दिन बीत गये. गुरुवार को एकाएक माधुरी बरियारपुर ओपी पर पहुंच गयी और पति विपिन सहित ससुरालवालों द्वारा प्रताड़ित करने की कहानी सुनाने लगी. उसको जिंदा देख दहेज हत्या की प्राथमिकी दर्ज करनेवाले पुलिस अधिकारी के साथ ही थाना पर उपस्थित लोग अवाक रह गये. थाना पर हरकंप मच गया. कांड के अनुसंधानक अवर निरीक्षक कृष्णा राम ने इस घटना की जानकारी डीएसपी मुत्तफिक अहमद को दी.
डीएसपी ने लिया बयान
डीएसपी के निर्देश पर अनुसंधानक कृष्णा राम उसे लेकर पूर्वी डीएसपी के कक्ष में लेकर आये. डीएसपी द्वारा पूछे जाने पर उसने ससुरालवालों की प्रताड़ना से तंग होकर दिल्ली चले जाने की बात बतायी. साथ ही उसने पति विपिन के प्रताड़ना से बचाने का भी गुहार लगाया. डीएसपी ने न्यायालय में माधुरी के 164 के तहत बयान कराने का निर्देश दिया. इसके बाद बरियारपुर पुलिस ने उसका न्यायालय में 164 के तहत बयान कराया है. उसमें उसने सारी बातें कहीं. बयान के बाद न्यायालय के आदेश पर उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया गया है.