मुजफ्फरपुर: बकाया मानदेय के भुगतान में सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारियों की आनाकानी से टोला सेवकों में आक्रोश है. यह हाल बंदरा प्रखंड के टोला सेवकों का है. अब वे अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए सीएम के यहां जाने की तैयारी में हैं.
डीएम के निर्देश पर 25 अप्रैल को ही वरीय उपसमाहर्ता सह जन शिकायत कोषांग प्रभारी पुरुषोत्तम पासवान ने मानदेय के भुगतान के लिए सर्वशिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र लिखा. इसके बाद भी भुगतान नहीं किया.
जांच में मिली थी अनियमितता
टोला सेवकों की शिकायत पर जब इसकी जांच की गयी, तो उत्थान केंद्रों पर बड़े पैमाने पर अनियमितता पकड़ी गयी. जांच पदाधिकारी वरीय उपसमाहर्ता मनोज कुमार रजक ने अपनी रिपोर्ट कहा कि अभियान के तहत बंदरा प्रखंड में 90 उत्थान केंद्र खोले गये. पढ़ाने के लिए टोला सेवकों का चयन किया गया, लेकिन अधिकारी कभी केंद्र बंद करने तो कभी खोलने का आदेश जारी करते रहे. इस मामले से डीएम को अवगत कराया गया. इसके बाद टोला सेवकों को मानदेय भुगतान करने का निर्देश दिया गया है.
सीएम से करेंगे शिकायत
राजू मल्लिक, सुरेंद्र महतो, संजय कुमार, संजय बैठा व अन्य टोला सेवकों ने बताया कि महादलित परिवार के बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए 26 जनवरी 2009 को ही 90 उत्थान केंद्र खोले गये. इसमें से 41 टोला सेवकों को मानदेय का भुगतान वर्ष 2009 में ही दो महीने का मिला. इसके बाद से अभी तक बकाया है. अब हमलोग मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे.