25.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पीएचइडी ने दो योजनाओं से एक ही जगह करा दिया काम

पीएचइडी ने दो योजनाओं से एक ही जगह करा दिया कामप्रभात एक्सक्लूसिव ऑडिट रिपोर्ट 2014-15 से हुआ मामले का खुलासामीनापुर में बने तीनों जलापूर्ति योजनाओं से एक बूंद पानी नहीं इंजीनियरों ने बिना सर्वे ही तैयार करा दिया था कार्य का प्राक्कलन मीनापुर तुर्की पश्चिमी में दो योजना व पूर्वी में है एक योजनातुर्की खरारू […]

पीएचइडी ने दो योजनाओं से एक ही जगह करा दिया कामप्रभात एक्सक्लूसिव ऑडिट रिपोर्ट 2014-15 से हुआ मामले का खुलासामीनापुर में बने तीनों जलापूर्ति योजनाओं से एक बूंद पानी नहीं इंजीनियरों ने बिना सर्वे ही तैयार करा दिया था कार्य का प्राक्कलन मीनापुर तुर्की पश्चिमी में दो योजना व पूर्वी में है एक योजनातुर्की खरारू पूर्वी में नहीं बिछाया गया पाइप प्रेम, मुजफ्फरपुर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के इंजीनियरों ने एक जगह पर दो योजनाओं से काम करा पैसे बहाये. यह काम मीनापुर प्रखंड अंतर्गत ग्रामीण जलापूर्ति योजना में हुआ है. यह काम बिना सर्वे किये प्राक्कलन तैयार कर दिया गया. विभाग के इंजीनियरों ने ऐसा कारनामा कर ठेकेदारों को लाभ पहुंचाया. तुर्की पश्चिमी क्षेत्र में सोलर पंप बना कर 78.09 लाख रुपये पानी में बहा दिये. जबकि यहां पर पहले से ही बिजली ऊर्जा से चालित पानी टंकी एक दशक पहले से बना हुआ है. अभी हाल है कि एक ही जगह पर दो योजनाओं का पैसा खर्च कर दिया गया. इतने पैसे खर्च किये जाने के बाद भी दोनों पानी टंकी से एक बूंद पानी नहीं निकल रहा है. इस मामले का खुलासा महालेखाकार की ऑडिट रिपोर्ट से हुआ है. महालेखाकार ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी कार्य का प्राक्कलन तैयार करने से पहले सर्वे किया जाना अनिवार्य है. कागजातों की जांच के बाद ही प्राक्कलन तैयार चाहिए था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जब महालेखाकार टीम के अधिकारियों ने पीएचइडी में रखे कागजातों को खंगाला तो अभियंताओं की यह कारगुजारी सामने आयी. नया काम वर्ष 2012 में कराया गया था. इस पर विभाग ने 79.09 लाख रुपये खर्च किये थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि सब डिविजन ने 20 सितंबर 2012 को जो नक्सा सुधार कर लोक स्वास्थ्य प्रमंडल को पेश किया था. वह भी जांच के दौरान टीम को मई 2014 में नहीं मिला. महालेखाकार ने साफ कहा है कि अगर कार्य प्रमंडल के इंजीनियरों ने इस्टीमेट तैयार करने से पूर्व स्थल का सर्वे किया होता तो तमाम जानकारी उसी वक्त मिल जाती. लेकिन इंजीनियरों ने ऐसा नहीं किया. 79.69 लाख खर्च, फिर भी तुर्की खरारु पूर्वी से जलापूर्ति बंद मीनापुर प्रखंड के लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध होने की उम्मीदों पर इंजीनियरों ने पानी फेर दिया. पीएचइडी ने इस याेजना पर 79.69 लाख रुपये खर्च किये. इस योजना पर पैसा बहाये लगभग चार वर्ष गुजर गये. लेकिन किसी को पानी नहीं मिला. इस काम को 10 माह में ही पूरा किया जाना था. लेकिन, यह काम जून 2014 तक पाइप बिछाने का काम पूरा नहीं किया जा सका. जांच के दौरान पाया गया कि नक्सा के अनुसार जलापूर्ति के लिए पाइप नहीं बिछाया गया है. काम कराने का मुख्य उद्देश्य मीनापुर प्रखंड अंतर्गत तुर्की खरारू पूर्वी के ग्रामीणें को पाइप से जलापूर्ति कराना था. परंतु पाइप बिछाने का काम अधूरा रह गया. इस कारण ग्रामीणों का इसका लाभ नहीं मिला. यह पैसा निरर्थक ही खर्च हो गया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें