मुजफ्फरपुर: शहर में ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए रेलवे ने ध्वस्त माड़ीपुर ओवरब्रिज के निर्माण की कवायद तेज कर दी है. पुराने ओवरब्रिज के डिजाइन में ही संशोधन कर इंजीनियरिंग व ब्रिज विभाग ने तत्काल प्रस्ताव को तैयार किया है, जिसमें पुल की ऊंचाई को रेलवे विद्युतीकरण के कारण बढ़ाया गया है. पुल निर्माण के लिए टेंडर भी आमंत्रित किया गया है.
उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक प्रक्रिया पूरी कर निर्माण शुरू हो जायेगा. इसमें कम से कम चार माह का समय लगेंगे. हालांकि, सोनपुर मंडल के डीआरएम राजेश तिवारी ने बताया कि पूरी कोशिश है कि कम से कम समय में पुल का निर्माण हो. उन्होंने कहा कि हर हाल में 15 अप्रैल तक निर्माण कार्य पूरी हो जायेगा.
हटने लगा मलबा
पुल निर्माण का टेंडर आमंत्रित होने के साथ ही ट्रैक के समीप पड़े मलबा को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. मंगलवार को इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी जेसीबी मशीन लगा माड़ीपुर साइड से मलबा हटवाया. इस कार्य में जेसीबी मशीन के साथ कई ट्रैक्टर लगाये गये थे. विदित हो कि 27 नवंबर को मुजफ्फरपुर से मोतिहारी जा रही मालगाड़ी के ट्रैक से उतर पुल से टकरा गयी थी. इसके बाद ओवरब्रिज मालगाड़ी ट्रेन के ऊपर ही गिर गया था.
कंक्रीट ओवरब्रिज निर्माण का तैयार हो रहा प्रस्ताव
ध्वस्त पुल के ठीक बगल में नये तरीके से कंक्रीट ओवरब्रिज का निर्माण होगा. इसके लिए प्रस्ताव तैयार करना शुरू कर दिया गया है. वहीं आसपास में रेलवे के जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए रेलवे ने डीएम को पत्र लिखा है. डीआरएम राजेश तिवारी ने बताया कि कंक्रीट ब्रिज को बनाने में काफी समय लगेंगे. तत्काल पुराने ओवरब्रिज को ही मजबूत तरीके से निर्माण करा लोगों के चलने लायक कर दिया जायेगा. इसके बाद कंक्रीट ओवरब्रिज का प्रस्ताव तैयार कर रेलवे बोर्ड को मंजूरी के लिए भेजा जायेगा.