मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि पीजी गर्ल्स हॉस्टल में कमरा आवंटन में धांधली को लेकर वहां रह रही छात्राएं आपस में भिड़ गयीं. काफी देर तक दोनों गुटों में नोक-झोंक होती रही. आखिर में एक गुट की छात्राएं हॉस्टल कैंपस में ही धरने पर बैठ गयीं. सूचना पाकर हॉस्टल अधीक्षक डॉ पुष्पा कुमारी (हाॅस्टल-2) व डॉ […]
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि पीजी गर्ल्स हॉस्टल में कमरा आवंटन में धांधली को लेकर वहां रह रही छात्राएं आपस में भिड़ गयीं. काफी देर तक दोनों गुटों में नोक-झोंक होती रही. आखिर में एक गुट की छात्राएं हॉस्टल कैंपस में ही धरने पर बैठ गयीं. सूचना पाकर हॉस्टल अधीक्षक डॉ पुष्पा कुमारी (हाॅस्टल-2) व डॉ विभा कुमारी (हॉस्टल-3) एवं वार्डेन डॉ कमला कुमारी मौके पर पहुंचीं व छात्राओं से वार्ता की. छात्राओं ने आरोप लगाया कि नियम को ताक पर रख कर टॉपर के लिए अधिकृत हॉस्टल में कम अंक लाने वाली छात्राओं को जगह दी गयी है. उन्हें आश्वासन दिया गया कि मामले की जांच की जायेगी.
यदि ऐसा हुआ तो गलत आवंटन को रद्द किया जायेगा. उसके बाद छात्राएं अपने कमरे में लौटीं. दरअसल, विवि में पीजी फोर्थ सेमेस्टर की छात्राओं को हॉस्टल एक व चार में जगह मिलती है. हॉस्टल चार में अंकों के आधार पर टॉपर छात्राओं को रखा जाता है. एक गुट की छात्राओं का आरोप था कि इस हॉस्टल में दो ऐसी छात्राओं को जगह दी गयी है, जिन्हें उसी विभाग की अन्य छात्राओं से कम अंक मिले है. लेकिन पैरवी के आधार पर वह जगह बनानेे में सफल हो गयी है.
इसको लेकर बुधवार की शाम ही विवाद शुरू हुआ, जो रात्रि करीब नौ बजे तक चला. सुबह एक बार फिर इसी मुद्दे को लेकर दोनों गुटों में विवाद शुरू हो गया. इसके बाद आवंटन का विरोध कर रही छात्राएं कमरे से बाहर निकल, खुले कैंपस में धरने पर बैठ गयीं.
हॉस्टल में कमरा आवंटन नियमों के आधार पर होता है. यदि आवंटन में इसकी अनदेखी हुई है, तो मामले की जांच की जायेगी. गलत आवंटन को रद्द किया जायेगा. मामले में हाॅस्टल अधीक्षक से भी रिपोर्ट मांगी जायेगी.
डॉ बीरेंद्र कुमार सिंह,
अध्यक्ष, छात्र कल्याण