मुजफ्फरपुर/समस्तीपुर: सुतापट्टी के कपड़ा व्यवसायी के एक कर्मचारी को हथियार के बल पर गुरुवार को समस्तीपुर जिला के बंगरा थाने के मुर्गिया चक के निकट एनएच-28 पर अपराधियों ने दिनदहाड़े अपहरण कर लिया. हालांकि, व्यापारी की जगह कर्मचारी के अपहरण की घटना के तीन घंटे बाद ही उक्त कर्मी को अपराधियों ने मुशहरी थाना क्षेत्र के द्वारिका नगर के पास छोड़ कर फरार
हो गये.
जानकारी के अनुसार, सुतापट्टी स्थित रुचि हैंडलूम के कर्मचारी दिलीप कुमार गुरुवार को 12 बजे के करीब मौर्या कंपनी, गाजियाबाद के सेल्स मैनेजर राजीव पोद्दार के साथ भाड़े की बोलेरो से बेगूसराय जा रहे थे. मुर्गियाचक के समीप बोलेरो चालक सड़क किनारे गाड़ी खड़ी कर पानी पीने चला गया. इसी बीच ताजपुर की ओर से दो बाइक पर सवार चार अपराधी वहां पहुंचे. अपने आप को कस्टम का अधिकारी बता बोलेरो में सवार दोनों की तलाशी लेने लगे.
इस क्रम में अपराधियों ने हथियार के बल पर गाड़ी में बैठे दिलीप के पास से 17 हजार रुपये नगदी छीन लिया. पिस्तौल दिखा कर दिलीप को जबरन बोलेरो से बाहर निकाल कर पल्सर पर बैठा कर ताजपुर की ओर भाग निकले. अपराधियों को भागते देख राजीव ने शोर मचाना शुरू किया. शोर गुल सुन स्थानीय लोग एकत्रित हो गये. इसी बीच पुलिस को सूचना दी गयी. सूचना पाकर सदर डीएसपी राजेश कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन शुरू की.
डीएसपी ने जिले के सभी सीमावर्ती जगहों पर नाकाबंदी कर चेकिंग शुरू की. घटना के तीन घंटे बाद ही अपहृत दिलीप को अपराधी मुशहरी थाना क्षेत्र के द्वारिका नगर के पास छोड़ कर फरार हो गये. दिलीप की बरामदगी की सूचना मिलते ही समस्तीपुर पुलिस उसे कब्जे में ले लिया. दिलीप ने एसपी को बताया कि चार अपराधी दो बाइक पर थे. एक बाइक पर उसे पिस्तौल के बल पर बैठाकर समस्तीपुर के धर्मपुर होते हुए मुजफ्फरपुर ले जा रहे थे. इसी बीच द्वारिकानगर गांव के पास अपराधियों को पुलिस की नाकाबंदी की जानकारी मिली. अपराधियों ने उसे एक खेत में छोड़ कर भाग निकले.
एसपी वरुण कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पूरे जिले समेत निकटवर्ती जिला को सूचना देकर नाकाबंदी कर दी गयी थी, जिससे घबराकर अपराधी दिलीप कुमार को छोड़कर फरार हो गये. घटना की छानबीन की जा रही है.