मुजफ्फरपुर: मैं देखता रहा, रेल ओवर ब्रिज गिर गया. आगे मौत देखी, बचने के लिए साइकिल रोकी, बोलेरो ने पीछे से ठोक दिया. फिर मैं पुल के नीचे अचानक गिरने लगा. साइकिल हमारे हाथों से छूट चुकी था. मेरे पूरे शरीर में चोर आयी है. मुंह से खून निकल रहा था. जबड़े में अधिक चोट लगी थी. करीब दस मिनट तक खून निकलता रहा.
ईश्वर ने बचा लिया. अहियापुर थाना क्षेत्र के सहबाजपुर निवासी रूपेश कुमार के आगे आंखों देखा हाल व आपबीती सुनाते हुए अंधेरा छा जाता है. वह वक्त ही दुनिया बदल देने वाला था. खैर, ईश्वर की कृपा थी.
रूपेश माड़ीपुर में एसएससी का टय़ूशन पढ़ने जा रहा था. रूपेश रेल ओवर ब्रिज हादसे में 13वां घायल व्यक्ति है. रूपेश बताता है कि बोलेरो ने पीछे से ठोका तो अचानक अपने आप को नीचे पाया. फिर बचाव कार्य के लिए कुछ लोगों ने उठाया. थोड़ा होश आया. मोबाइल निकाला, अपने दोस्तों को कॉल किया. तीन दोस्त आये. बाहर निकाला. डॉ अवधेश कुमार जूरन छपरा रोड नंबर तीन के क्लिनिक में भरती कराया. वहीं इलाज हुआ. इसके बाद थोड़ी राहत मिली है.