मुजफ्फरपुर: एक दिन बाद निदान शहर की सफाई का काम बंद कर देगा. ऐसे में निगम प्रशासन के लिए सभी 49 वार्डो की सफाई कराना चुनौती भरा होगा. इसके लिए निगम प्रशासन ने अभी से अपना होमवर्क करना शुरू कर दिया है. पिछले एक सप्ताह में सभी अंचल निरीक्षकों के साथ सफाई की रणनीति को लेकर दो बैठकें हो चुकी है.
सफाई कार्य से जुड़े सभी कर्मियों को पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. हालांकि तत्काल निगम के पास संसाधनों की काफी कमी है, जिसकी भरपाई के लिए हाल में हुए सशक्त स्थायी समिति की बैठक में सफाई वाहनों व उपकरणों की खरीदारी को लेकर फैसला लिया गया है. दूसरी ओर निदान के जाने के बाद उसके सफाई कर्मियों को निगम ठेका पर रखने की तैयारी में है. ताकि शहर का सफाई कार्य प्रभावित नहीं हो.
300 लेबर की होगी आवश्यकता : अचानक से 25 वार्डो के सफाई की जवाबदेही बढ़ने पर निगम को करीब 300 सफाई कर्मचारियों की जरूरत होगी, जिसके तहत हाल ही में एग्रीमेंट के अनुसार दो फेज में 100-100 सफाई कर्मचारियों का इंटरव्यू लिया गया. पहले फेज में सौ कर्मचारियों की सूची निकाली गयी.
निगम प्रशासन के अनुसार 40 से 50 सफाई कर्मियों ने ही अपना योगदान दिया. दूसरे इंटरव्यू की सूची अभी तक नहीं जारी की गयी है.
सफाई उपकरण व कर्मचारियों के लिए निकाला विज्ञापन : निर्णय के बाद कूड़ा उठाव के लिए 15 छोटी गाड़ियों की खरीदारी के लिए टेंडर निकाला गया है. इसके अलावे अन्य सफाई उपकरण, सफाई वाहन के लिए ड्राइवर व सफाई कार्य से जुड़े अन्य कर्मियों के लिए इसी सप्ताह निगम की ओर से टेंडर निकाला गया है.
सप्ताह में दो दिन रात में उठेगा कूड़ा : नगर आयुक्त सीता चौधरी ने बताया कि निदान के काम बंद करने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर सप्ताह में दो दिन रात में सफाई अभियान चलाया जायेगा. बता दें कि पहले से सप्ताह में प्रत्येक शुक्रवार की रात में सड़कों से कूड़ा उठाने का अभियान चलाया जाता है.