मुजफ्फरपुर: जोनल आइजी पंकज दाराद ने प्रक्षेत्र के सभी एसपी से अपराध पर अंकुश लगाने के लिए 17 बिंदु पर जवाब तलब किया है. 30 अप्रैल तक सभी एसपी को रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया गया है.
वहीं रिपोर्ट मिलने के बाद आइजी मई के प्रथम सप्ताह में बैठक आयोजित कर पूरे मामले की समीक्षा करेंगे. मुजफ्फरपुर प्रक्षेत्र का पदभार संभालने के बाद आइजी की यह पहली रेंज की बैठक होगी. बैठक के दौरान सारण डीआइजी, चंपारण डीआइजी, तिरहुत डीआइजी समेत सभी 10 जिलों के एसपी व एसएसपी उपस्थित रहेंगे.
इन बिंदुओं पर मांगी रिपोर्ट
1. विगत 5 वर्षो के गृह डकैती, रोड लूट, बैंक लूट का अलग-अलग वर्ष वार अपराध आंकड़ा
2. प्रत्येक थाने से (छोटे थाने से 5 तथा बड़े थाने से 10) वैसे पेशेवर अपराधकर्मियों की सूची, जो एक या एक से अधिक कांडों में वांछित अपराधी हों.
3. डोसियर व गुंडा रजिस्टर का वर्ष 2012-13 में कितने प्रस्ताव प्राप्त हुए. थानावार प्राप्त प्रस्ताव की स्थिति.
4 . मार्च 2013 के अंत में अनुमंडलवार विशेष प्रतिवेदित लंबित कांडों की संख्या व अंचल वार अविशेष प्रतिवेदित लंबित कांडों की संख्या.
5. पर्यवेक्षण के लिए लंबित कांडों की संख्या. वर्ष 2012 के पूर्व के लंबित कांड जो पर्यवेक्षण के लिए हो.
6. जिला कंट्रोल रूम में कार्यान्वयन की स्थिति.
7. जिले के क्यूआरटी की स्थिति.
8. शहरी क्षेत्र में बलों की प्रतिनियुक्ति.
9. बैंक, पेट्रोल पंप व एलआइसी के शाखाओं से कैश के गमनागमन के लिए सुरक्षा के उपाय.
10. जिले के कार्यरत टीओपी की संख्या, प्रतिनियुक्त बलों की संख्या व उनके कार्यो का मूल्यांकन .
11. शहर में रात्रि चेकिंग की व्यवस्था.
12. प्रात: में पार्क व खेल मैदान में सैर करने वालों की सुरक्षा व्यवस्था.
13. दार्शनिक व ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था.
14. प्रतिदिन कांडों में गिरफ्तारी व वारंट निष्पादन की स्थिति.
15. नक्सल अभियान व नक्सलियों की सूची.
16. जिले में उपलब्ध एसएसबी कैंप, सीआरपीएफ कैंप, एसटीएफ की स्थिति
17. जिले के साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से संवेदनशील स्थान व क्षेत्र.