मुजफ्फरपुर: अब सरपंच न्याय पगड़ी पहन फैसला करेंगे. पंचायत सभा की बैठक में सरपंचों को न्याय पगड़ी पहनना अनिवार्य होगा. सरपंचों का सेहरा तैयार करने का खर्च सरकार उठायेगी. इस योजना को लागू करने के लिये पंचायती राज विभाग के संयुक्त निदेशक व सरपंच संघ के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है.
नेशनल इंस्टीट्य़ूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के निदेशक व कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट, पटना के प्राचार्य न्याय की पगड़ी की डिजाइनिंग पूरी कर चुके हैं. न्याय की पगड़ी बांधने के बाद सरपंचों की जवाबदेही और बढ़ जायेगी. पंचायती राज विभाग के संयुक्त निदेशक रमाशंकर प्रसाद दफ्तुआर ने सरपंचों के न्याय पगड़ी तैयार किये जाने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पगड़ी तैयार करने का काम किया जा रहा है.
कैसी होगी न्याय पगड़ी
पगड़ी का रंग चॉकलेटी होगा. इसमें हरे रंग की पट्टी लगी होगी. मधुबनी पेंटिंग्स का दर्शन होगा. इसके कुछ अंश दिये जा रहे हैं. बीच में एक खास मोनोग्राम तैयार किया गया है, जिसमें सत्यमेव जयते लिखा होगा, अशोक स्तंभ का भी चिह्न् होगा. इन सबके नीचे पंच परमेश्वर लिखा होगा. सभी रंग व चिह्न् अपने आपमें खास हैं. सरपंचों को यह खास पगड़ी न्याय की ओर प्रेरित करेगा.
संघ से उठ रही थी मांग
कई महीनों से सरपंच संघ इस पगड़ी की मांग कर रहा था. इसको लेकर 21 सितंबर 2013 को पटना में विभाग के सचिव व सरपंच संघ के बीच वार्ता हुई थी, जिसमें संघ के नेताओं ने 21 सूत्री मांगें रखी थी. विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री के समक्ष मांगें रखी गयी. सीएम ने इसके लिए स्वीकृति दे दी. विभाग का मानना है कि इससे न्याय व्यवस्था को और प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी. पगड़ी बांध कर फैसला करने में चूक कम होगी. यह पगड़ी पंचायत सभा में सरपंच को आम लोगों से अलग करेगी.