मुजफ्फरपुर: अगर आपको किसी तरही की परेशानी होती है, तो आप मुझे कॉल करें. सिर्फ ट्रेन में टिकट जांच करना ही आपका कार्य नहीं है, प्लेटफॉर्म पर भी आप टिकट जांच करें. यह बातें सीनियर डीसीएम दिलीप कुमार ने टीटीइ के साथ बुधवार को बैठक के दौरान कहीं. उन्होंने प्रत्येक टीटीइ को प्रतिदिन छह हजार जुर्माना वसूली करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा, अगर यह लक्ष्य टीटीइ पूरा नहीं करते हैं, तो उसकी काउंसलिंग की जायेगी. सीनियर डीसीएम ने कहा, ट्रेन में पानी खत्म होने व गंदगी रहने पर टीटीइ इसकी रिपोर्ट कंट्रोल को करेंगे. टीटीइ यात्रियों से यह नहीं कहेंगे कि वे टिकट जांच के लिए हैं, गंदगी के बारे में हम नहीं जानते हैं. यात्रियों की समस्याओं को भी सुनें.
पैंट्रीकार की भी जांच करेंगे टीटीइ
ट्रेन में यात्रियों को पैंट्रीकार से सही मूल्य पर भोजन व नाश्ता मिल रहा है या नहीं. पैंट्रीकार में गंदगी है या नहीं, वेंडर ड्रेस में हैं या नहीं. इसकी भी जांच टीटीइ करेंगे. सीनियर डीसीएम ने कहा कि टीटीइ रेलवे की ओर से तय जुर्माना ही लगायेंगे. यात्रियों की समस्याएं सुन उनका निदान करेंगे. इधर टीटीइ ने शिकायत की कि उन्हें समय पर सुरक्षा मुहैया नहीं करायी जाती है. जानकारी देने के बाद भी आरपीएफ पुलिस बल उपलब्ध नहीं करता है. इस कारण टिकट जांच के दौरान यात्रियों से जुर्माना वसूलने में परेशानी होती है. कुछ बेटिकट यात्री बदसलूकी पर उतारू हो जाते हैं. सीनियर डीसीएम ने इस संदर्भ में आरपीएफ कंमाडेंट लाल जी भारती से बात कर उन्हें समय पर बल उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया.
पैंट्रीकार मैनेजर फरार, पांच वेंडर आरपीएफ के हवाले
बुधवार को बिहार संपर्कक्रांति की पैंट्रीकार में अधिक मूल्य पर यात्रियों को खाना देने की शिकायत पर डीआरएम एमके अग्रवाल ने डीसीआइ को छापेमारी करने का निर्देश दिया. ट्रेन के जंकशन पर पहुंचते ही डीसीआइ ने पैंट्रीकार में छापेमारी की. हालांकि, छापेमारी से पहले ही पैंट्रीकार मैंनेजर फरार हो गया. पैंट्रीकार मैंनेजर के फरार होने के बाद पांच वेंडर को पैंट्रीकार से उतारा गया. सभी वेंडरों को आरपीएफ के हवाले कर दिया गया. वहीं पैंट्रीकार मैंनेजर की खोजबीन के लिए एक टीम को दरभंगा रवाना किया गया. खराब भोजन व गंदगी पर 20 हजार का जुर्माना किया गया.