मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में डिग्री कॉलेजों की संबद्धता की जांच करने वाले निगरानी एसपी जांच (पटना) परवेज अख्तर अब खुद विवादों में घिर गये हैं. वैशाली जिला के पातेपुर स्थित जयमूरत राय डिग्री कॉलेज के प्राचार्य राज किशोर राय ने उन पर ढ़ाई लाख रुपये रिश्वत मांगने व इनकार करने पर जानबूझ कर न्यायालय को गलत रिपोर्ट देने का आरोप लगाया है. इस संबंध में उन्होंने शुक्रवार को विशेष निगरानी की अदालत में उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
श्री राय के अनुसार गत 17 जनवरी को निगरानी एसपी दो अन्य लोगों के साथ कॉलेज पहुंचे व उनसे कॉलेज से संबंधित कई जानकारियां मांगी. उन्होंने उनकी ओर से मांगी गयी सभी सूचनाएं उपलब्ध करा दी, जिसका उन्होंने भौतिक सत्यापन भी किया. बाद में तीनों लोग उनके कार्यालय आये. वहां परवेज अख्तर ने उनसे ढ़ाई लाख रुपये की मांग की. उन्होंने जब इससे इनकार किया तो उन्हें एक सप्ताह के अंदर पटना स्थित उनके आवास पर पहुंचाने की धमकी दी.
जांच निर्णय पर ही सवाल
श्री राय ने कहा कि निगरानी एसपी को बीआरए बिहार विवि से संबद्धता प्राप्त डिग्री कॉलेजों की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. पर उनके कॉलेज को डिग्री कॉलेज की मान्यता ही प्राप्त नहीं है. इसके लिए उन्होंने विवि में आवेदन दिया था, जो न्यू टीचिंग व एफलिफिएशन, एकेडमिक कौंसिल व सिंडिकेट से पास हो गयी. पर सीनेट ने इसे नामंजूर कर दिया. इसके कारण वर्ष 2011-13 के छात्रों को परीक्षा से रोक भी दिया गया था. पर बाद में हाइकोर्ट के आदेश पर उनकी परीक्षा ली गयी. पर फिलहाल उनके कॉलेज को डिग्री कॉलेज की मान्यता प्राप्त ही नहीं है. ऐसे में निगरानी एसपी ने नाजायज फायदा लेने के लिए कॉलेज की जांच की.