मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में लापरवाही रुकने का नाम ले रहा है. मंगलवार को डिलीवरी के लिए आयी प्रसूता को दोपहर तक दर्द से तड़पने दिया. बाद में जब परिजनों ने हंगामा शुरू किया,
तब उसका इलाज शुरू किया गया. परिजनों ने डॉक्टर और वहां मौजूद नर्सों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है.
जैनुद्दीन ने बताया कि मेरी पत्नी गुलशन आरा को मंगलवार को अचानक सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हो गयी. आनन-फानन में किसी तरह उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर आये तो यहां पर स्थिति बड़ी भयावह दिखी.
उस वक्त कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं थीं. उन्होंने महिला वार्ड में तैनात नर्सों से देखने लेने को कहा, लेकिन उन्होंने कुछ देर बाद आने की बात कहकर आपस में बात करने में जुट गयीं.
इस बीच पत्नी को उल्टी व दस्त भी शुरू हो गया. इसके बाद भी किसी ने मरीज को देखने की जहमत नहीं उठायी. इस पर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे की सूचना जैसे ही डॉक्टरों को मिली, वह तत्काल मौके पर आयीं और इलाज शुरू किया. जैनुद्दीन के पिता मो. नईम ने बताया कि सुबह से लेकर दोपहर तक कई बार इलाज के लिए कहा गया, लेकिन हर बार यही कहा गया कि अभी थोड़ी देर में डॉक्टर आयेंगी.