मुजफ्फरपुर: एनएचपीसी के पूर्व प्रबंध निदेशक सह अध्यक्ष डॉ योगेंद्र प्रसाद ने सूबे में बिजली की समस्या को कम करने के लिए जल विद्युत को बेहतर विकल्प बताया है. कहा, फिलहाल सूबे में बिजली का उत्पादन जरूरत से काफी कम होता है. ऐसे में इसके लिए उसे दूसरे राज्यों पर निर्भर रहना होता है. बिहार में जल की पर्याप्त मात्रा है. ऐसे में इसका उपयोग जल विद्युत के उत्पादन के लिए किया जा सकता है. वे बुधवार को एमआइटी कॉलेज में छात्रों को संबोधित कर रहे थे.
डॉ प्रसाद एमआइटी कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र (1966 में पास आउट) हैं. उन्होंने छात्रों को कड़ी मेहनत व जी लगा कर पढ़ने की सलाह दी. कहा, यह चार साल आपके लिए बहुमूल्य हैं. फिलहाल देश-विदेश में नौकरी के अवसर काफी कम हैं. ऐसे में यदि आपके पास विषय का पूरा ज्ञान नहीं होगा, तो नौकरी मिलना मुश्किल है. गेट की तैयारी कर रहे कुछ छात्रों ने से उन्होंने सवाल भी पूछे. कैंपस में मारपीट की घटना पर चिंता जताते हुए डॉ प्रसाद ने कहा, कॉलेज का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है. जब इस तरह की घटना की सूचना मिलती है तो दिल में आघात सा लगता है. उनके साथ आये एआइसीटीइ के विवि ब्यूरो निदेशक डॉ मनप्रीत सिंह मन्ना में छात्रों से रूबरू हुए.
इंडस्ट्रीयल टूर की हो व्यवस्था. छात्रों से रूबरू होने के बाद डॉ योगेंद्र प्रसाद प्राचार्य अंचिंत्य सहित अन्य शिक्षकों से मिले व शिक्षा में सुधार के लिए सुझाव दिये. उन्होंने शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने व छात्रों को इंडस्ट्रीयल टूर पर ले जाने की सलाह दी. कहा कि टूर से छात्रों को प्रैक्टिकल का ज्ञान होगा, जो बेहद जरूरी है. कॉलेज में स्मार्ट क्लास को बढ़ावा देने पर भी उन्होंने जोर दिया.