मुजफ्फरपुर : पद्म भूषण राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 108वीं जयंती पर सोमवार को कांटी स्थित रामेश्वर चौधरी नागेश्वरी देवी महाविद्यालय के सभागार में गोष्ठी, कवि सम्मेलन व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ बीएन मंडल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ रिपुसुदन श्रीवास्तव ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
डाॅ श्रीवास्तव ने कहा कि दिनकर जी पौरुष के कवि भक्ति किरण के सूर्य थे. विषय प्रवेश कराते हुए चंद्र किशोर परासर ने कहा कि दिनकर जी का काव्य नवयुग जागरण का गीत है. इसमें आग और राग दोनों का समावेश है. अध्यक्षीय संबोधन में डाॅ अभय नंदन प्रसाद चौधरी ने कहा कि उनकी रचनाएं देश और काल का वास्तविक चित्र प्रस्तुत करती है. कामेश्वर सिंह संस्कृत विवि के पूर्व कुलसचिव डॉ देवेंद्र प्रसाद सिंह, बिहार विवि के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ भगवान लाल सहनी, डॉ राम प्रवेश सिंह, डॉ इंदू सिन्हा आदि ने भी संबोधित किया. प्राचार्य अंबुज कुमार दास ने स्वागत भाषण किया.
समारोह के दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें देवेंद्र कुमार, गोपाल भारतीय, नागेंद्र नाथ ओझा, ब्रज नंदन वर्मा, अपूर्व कुमार, आचार्य चंद्र किशोर परासर आदि ने काव्य पाठ किया. इस दौरान महाविद्यालय परिवार की ओर से हिन्दी साहित्य की श्रीवृद्धि में विशिष्ट योगदान के लिए डॉ रिपुसुदन श्रीवास्तव, डॉ देवेंद्र प्रसाद सिंह, राष्ट्रकवि दिनकर अकादमी के निदेशक चंद्रकिशोर परासर, डॉ भगवान लाल सहनी, डॉ रामप्रवेश सिंह, डॉ इंदू सिन्हा, डॉ देवेंद्र कुमार को दिनकर सारस्वत सम्मान व अंगवस्त्रम तथा प्रशस्ति पत्र देकर संस्था के अध्यक्ष डॉ अभय नंदन प्रसाद चौधरी ने सम्मानित किया.