इससे नाराज नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन ने गुरुवार को टैक्स सेक्शन के अधिकारी व कर्मचारियों की बैठक बुलायी. बैठक में 49 वार्डों के तहसीलदार के साथ तीनों टैक्स दारोगा शामिल थे. नगर आयुक्त ने समीक्षा के दौरान एक दर्जन ऐसे तहसीलदारों को चिह्नित किया जिनका वसूली का परफॉरमेंस काफी खराब है. उन सभी तहसीलदारों से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश शाखा प्रभारी को दिया है. साथ ही वसूली में शिथिल रवैया अपनाने वाले तहसीलदार व टैक्स दारोगाओं को कार्रवाई को लेकर कड़ी चेतावनी दी है.
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स्मार्ट सिटी की घोषणा के बाद राजस्व घटकर आधा
मुजफ्फरपुर: टैक्स वसूली में इजाफा व साफ-सफाई बेहतर होने की बदौलत दो माह पहले स्मार्ट सिटी की प्रतियोगिता में नगर निगम अव्वल आया. बेहतर काम की बदौलत ही राजधानी पटना को भी प्रतियोगिता में पीछे छोड़ दिया, लेकिन स्मार्ट सिटी की घोषणा होते ही इन बिंदुओं पर नगर निगम का परफॉरमेंस तेजी के डाउन होते […]
मुजफ्फरपुर: टैक्स वसूली में इजाफा व साफ-सफाई बेहतर होने की बदौलत दो माह पहले स्मार्ट सिटी की प्रतियोगिता में नगर निगम अव्वल आया. बेहतर काम की बदौलत ही राजधानी पटना को भी प्रतियोगिता में पीछे छोड़ दिया, लेकिन स्मार्ट सिटी की घोषणा होते ही इन बिंदुओं पर नगर निगम का परफॉरमेंस तेजी के डाउन होते जा रहा है.
स्मार्ट सिटी में चयन होने से पहले निगम प्रत्येक माह एक से डेढ़ करोड़ रुपये राजस्व वसूली करता था. साफ-सफाई भी बेहतर हो गयी थी. लेकिन इन दिनों टैक्स वसूली का जो लक्ष्य है, उसका आधा भी निगम पूरा नहीं कर रहा है. सितंबर माह समाप्त होने को है, लेकिन 50 लाख रुपये की भी वसूली नहीं हो पायी है.
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