पिता संजय साहारिया ने बताया कि चितवन 10वीं तक जीडी मदर स्कूल में पढ़ा. उसके बाद आगे प्लस टू की पढ़ाई के लिए उन्होंने उसे दिल्ली पब्लिक स्कूल बोकारो में नामांकन कराया. उन्होंने हमेशा पहले पढ़ाई को प्राथमिकता दिया.
चितवन ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता व अपने गुरुजनों को दिया है. इससे पूर्व भारत सरकार के विज्ञान विभाग की ओर से किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना की परीक्षा में चितवन ने देश में 144 स्थान प्राप्त किया.