छह घंटे तक चला सर्च ऑपरेशन
मुजफ्फरपुर/पारू : देवरिया थाना क्षेत्र के सोहासी गांव के गंडक दियरा में रविवार की देर रात पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के बाद आठ संदिग्धों को पकड़ा गया है. इनके पास से एक देशी राइफल, पिस्तौल सहित कई आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं. छह घंटे तक चले ऑपरेशन में साठ राउंड से अधिक गोलियां चलीं. सोमवार की सुबह पकड़े गये सभी आठ संदिग्ध नक्सलियों से पारू एसएसबी कैंप में पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, एएसपी अभियान राणा ब्रजेश को गुप्त सूचना मिली थी कि सोहासी गांव के गंडक दियरा में नक्सली छिपे हैं.
इनमें सारण से लेकर कई जिलों के बड़े नक्सली नेता भी शामिल हैं. सूचना के बाद एक टीम का गठन किया गया. एएसपी के नेतृत्व में एसएसबी के मधुकर अभिताभ, डिप्टी कमांडेंट संजीव कुमार सिंह, एसएसबी गोल्फ कंपनी पारू के असिसटेंट कमांडेंट किशन यादव, सरैया डीएसपी मनोज कुमार, देवरिया थानाध्यक्ष सुजीत कुमार, पारू थानाध्यक्ष शफीर आलम, सरैया थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह समेत बड़ी संख्या में एसएसबी, एसटीएफ व सैप जवानों को शामिल किया गया.
रात एक बजे के आसपास पुलिस टीम ने दियरा को घेर लिया. इसी बीच पुलिस टीम पर अंधेरे में ही फायरिंग होने लगी. नक्सलियों की ओर फायरिंग होता देख जवानों ने भी सिंगल फायर करना शुरू कर दिया.
इसी बीच, एक गोली नक्सली को लगी, जिसके बाद वे पीछे हट गये. अंधेरे का लाभ उठा कर नक्सली गोली से घायल साथी को लेकर फरार हो गये. करीब साठ राउंड फायरिंग के बाद पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आठ संदिग्धों को दबोच लिया. इनके पास से एक देसी रायफल, एक कट्टा, तीन कारतूस, एक मोबाइल चाजर्र, कंबल व कुछ कपड़े बरामद किये हैं. सुबह नौ बजे के आसपास सभी को पारू स्थित एसएसबी कैंप लाया गया.
सभी संदिग्ध सारण जिले के
गिरफ्तार किये गये नक्सली चांद किशोर सहनी, सेवक सहनी, सिकींद्र सहनी, निशु सहनी, बासकीत सहनी, जयनंदन सहनी ये सभी सारण जिले के पानापुर थाना क्षेत्र के मरवा बसईया गांव के निवासी हैं. वहीं, दीपक कुमार राय व मिंटू कुमार सारण जिले के दरियापुर थाना क्षेत्र भगवानपुर गांव निवासी हैं. पकड़े गये आठों में से तीन को पूछताछ के बाद छोड़ा जा सकता है. पुलिस का कहना है कि सभी के गांव से सत्यापन के बाद ही निर्णय लिया जायेगा.