मुजफ्फरपुर: न्यायिक दंडाधिकारी को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद नगर पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. बताया जाता है कि पुलिस ने लिफाफे पर लगे मुहर के आधार पर डाक विभाग से संपर्क साधा है. वही जेल में बंद शेरू नाम के अपराधी का इतिहास खंगालने में जुटी है.
पुलिस का कहना है कि सभी थानों से भी शेरू नाम के अपराधी पर दर्ज मामले का रिकार्ड उपलब्ध कराने को कहा गया है. जेल में इसी नाम के एक अभियुक्त के बंद होने की जानकारी मिली है. पत्र पर दर्ज हस्ताक्षर से उसके दस्तखत का भी मिलान कराया जायेगा. जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की भी मदद ली जा सकती है. इधर, मजिस्ट्रेट को फिर से धमकी भरा पत्र मिलने की बात सामने आयी है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है.
यहां बता दें कि रंजुला भारती मुजफ्फरपुर कोर्ट में न्यायिक दंडाधिकारी के पद पर कार्यरत है. 30 जुलाई को उन्हें एक अज्ञात पत्र प्राप्त हुआ था. लेकिन दो दिन बाद पूरा मामला खुल कर सामने आया था.अज्ञात पत्र में बताया गया था कि आपके कोर्ट में मेरा एक केस चल रहा है. पांच साल से बार-बार केवल तारीख मिलती है.
अगर 31 अगस्त तक केस में फैसला नहीं हुआ तो बम विस्फोट कर कोर्ट परिसर में उन्हें उड़ा दिया जायेगा. पत्र लिखने वाले ने शेरु नाम लिखा था. मजिस्ट्रेट ने सीजेएम से मिल कर अज्ञात पत्र में हत्या की धमकी की बात बतायी थी, जिस पर एसएसपी सौरभ कुमार ने खुद पूरे मामले की जांच की थी.